2 अक्टूबर को हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मनाते हैं। उनके विचार, संघर्ष और उनकी छोटी-छोटी बातों के बारे में जानें जो आज भी सभी को प्रेरित करती हैं।
उनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी है; "महात्मा" का मतलब है "महान आत्मा," ये उपाधि रवींद्रनाथ ठाकुर ने उन्हें दी थी।
गांधी को लोगों के सामने बोलने में बहुत डर लगता था, लेकिन उन्होंने इसे प्रैक्टिस और मेहनत से दूर किया।
जब महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका में थे, तब उन्होंने दो फुटबॉल टीमें बनाई थीं, जो निष्क्रिय प्रतिरोध के सिद्धांतों पर आधारित थीं।
गांधी के अहिंसा के विचार ने नेल्सन मंडेला जैसे नेताओं को उनके संघर्ष में प्रेरित किया।
वे एक अच्छे स्पिनर और बुनकर थे, जिन्होंने खादी को ब्रिटिश कपड़ों के खिलाफ भारत की आत्मनिर्भरता का प्रतीक बनाने की कोशिश की।
गांधी 5 बार नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित हुए, लेकिन कभी भी नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिला।
वे अपने प्रार्थना सभाओं में अक्सर अलग-अलग धर्मों के ग्रंथों के पाठ शामिल करते थे, ताकि एकता को बढ़ावा मिल सके।
गांधी ने कहा था कि व्यक्तिगत और राष्ट्रीय कल्याण के लिए स्वच्छता बहुत जरूरी है।
महात्मा गांधी ने कई महत्वपूर्ण किताबें लिखीं, जिनमें उनकी आत्मकथा "सत्य के प्रयोग" भी शामिल है, जो आज भी लोगों को प्रभावित करती है।
गांधी की अंतिम यात्रा 8 किलोमीटर लंबी थी, जो दर्शाती है कि लोग उनसे कितना प्यार और सम्मान करते थे।