Hindi

Guru Purnima 2025: भारत के टॉप 10 प्रेरक गुरु और उनके योगदान

Hindi

गुरु पूर्णिमा 2025: भारत के 10 सबसे प्रेरक और ऐतिहासिक गुरु

गुरु पूर्णिमा उन शिक्षकों और गुरुओं को नमन करने का अवसर है जिन्होंने शिक्षा, समाज, संस्कृति और करियर को नई दिशा दी। जानिए भारत के 10 सबसे प्रेरक और ऐतिहासिक गुरुओं के बारे में।

Image credits: Getty
Hindi

महर्षि वेदव्यास: सनातन ज्ञान के मूल स्तंभ

महर्षि वेदव्यास ने चार वेदों का विभाजन किया, महाभारत, 18 पुराणों की रचना की। उन्होंने पूरे वैदिक ज्ञान को व्यवस्थित किया। उनकी वजह से गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है।

Image credits: Social Media
Hindi

आचार्य चाणक्य (कौटिल्य): नीति, राजनीति और प्रशासन के आचार्य

आचार्य चाणक्य ने चंद्रगुप्त मौर्य को गद्दी तक पहुंचाया, अर्थशास्त्र की रचना की। उन्होंने बताया कि एक शिक्षक न सिर्फ ज्ञान, बल्कि राष्ट्रनिर्माण का आधार भी होता है।

Image credits: pinterest
Hindi

स्वामी विवेकानंद: युवाओं के आध्यात्मिक गुरु

स्वामी विवेकानंद के गुरु थे रामकृष्ण परमहंस। स्वामी विवेकानंद ने शिक्षा को आत्मबल और सेवा से जोड़ा। युवाओं को ‘उठो, जागो’ का मंत्र दिया।

Image credits: X
Hindi

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन: भारत के पहले शिक्षाविद राष्ट्रपति

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने फिलॉसफी, शिक्षा नीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके सम्मान में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

Image credits: Getty
Hindi

डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम: मिसाइल मैन से भारत के राष्ट्रपति तक

डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम पेशे से साइंटिस्ट, थे लेकिन आत्मा से टीचर थे। उन्होंने जीवनभर स्टूडेंट्स को पढ़ाया, मोटिवेट किया और शिक्षा को भारत के विकास से जोड़ा।

Image credits: Getty
Hindi

सावित्रीबाई फुले: भारत की पहली महिला शिक्षिका

सावित्रीबाई फुले ने लड़कियों के लिए पहला स्कूल शुरू किया। जब समाज में बालिकाओं को शिक्षा से वंचित किया जा रहा था, तब उन्होंने बदलाव की मशाल जलाई।

Image credits: social media
Hindi

दयानंद सरस्वती: शिक्षा और वैदिक ज्ञान के प्रचारक

दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना की, वैदिक शिक्षा का प्रचार किया। उन्होंने समाज में अंधविश्वास और अशिक्षा के खिलाफ आवाज उठाई।

Image credits: Social Media
Hindi

रामकृष्ण परमहंस: विवेकानंद के आध्यात्मिक गुरु

रामकृष्ण परमहंस ने भक्ति, ज्ञान और सेवा को एक ही राह पर चलना सिखाया। स्वामी विवेकानंद को भी इन्होंने राह दिखाई थी।

Image credits: wikipedia
Hindi

डॉ. भीमराव अंबेडकर: शिक्षा को सामाजिक क्रांति का माध्यम बनाया

डॉ. भीमराव अंबेडकर संविधान निर्माता, दलित शिक्षा के प्रणेता थे। उनका कहना था, शिक्षित बनो, संगठित बनो, संघर्ष करो।

Image credits: social media
Hindi

बाबा आमटे: भारत के सर्वश्रेष्ठ समाजसेवी

बाबा आमटे को भारत का सर्वश्रेष्ठ समाजसेवी कहा जाता है। उन्होंने अपना जीवन कुष्ठ रोगियों, दिव्यांगों, उपेक्षितों की सेवा में लगा दिया। वे स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरित थे।

Image credits: Social Media

Reasoning Master बनना है? सॉल्व करें ये 8 ट्रिकी सवाल

MBBS के बाद क्या करें? डॉक्टर्स के लिए टॉप 10 शानदार करियर ऑप्शंस

SSC-Bank एग्जाम के 8 ट्रिकी सवाल, जो टॉपर्स को भी कन्फ्यूज कर देते हैं

इन 8 रीजनिंग सवालों ने घुमा दिया सबका दिमाग, आप दे सकते हैं सही जवाब?