लोकसभा चुनाव 2024 मतगणना मंगलवार, 4 जून को है।मतगणना केंद्र पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होते हैं।तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था के साथ पूरी प्रक्रिया सीसीटीवी की निगरानी में होती है।
सबसे पहले मतगणना की शुरुआत रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) की टेबल पर पोस्टल बैलेट की गिनती के साथ शुरू होती है। इसके 30 मिनट बाद ईवीएम से वोटों की गिनती शुरू होती है।
ईवीएम के सीयू से रिजल्ट जानने से पहले, मतगणना अधिकारी यह सुनिश्चित करते हैं कि उन पर लगी पेपर सील बरकरार है और डाले गए कुल मत फॉर्म 17सी में दर्ज वोट से मैच करते हैं।
EVM से वोटों की गिनती कई राउंड्स में होती है। हर राउंड में 14 EVM के वोट गिने जाते हैं। हर राउंड के बाद एजेंट से फॉर्म 17-C हस्ताक्षर कराया जाता है और फिर आरओ को दे दिया जाता है।
कंट्रोल यूनिट का रिजल्ट मतगणना पर्यवेक्षक, माइक्रो ऑब्जर्वर और उम्मीदवारों के मतगणना एजेंटों को दिखाने के बाद फॉर्म 17सी के भाग-II में नोट किया जाता है।
काउंटिंग हॉल में एक ब्लैकबोर्ड भी होता है, जिसमें हर राउंड के बाद हर प्रत्याशी को कितने वोट मिले, ये लिखा जाता है। फिर लाउडस्पीकर से घोषणा भी की जाती है।
मतगणना केंद्र पर उम्मीदवार या उनके एजेंट को मौजूद रहने की इजाजत दी जाती है। लेकिन मीडियाकर्मियों को अंदर जाने की अनुमति नहीं होती है।
वीवीपैट पर्चियों की गणना सीयू से मतगणना पूरी होने के बाद ही शुरू होती है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में रैंडमली चयनित 5 मतदान केंद्रों की वीवीपैट पर्चियों का सत्यापन जरूर होता है।
यदि दो उम्मीदवारों को समान संख्या में वोट मिलते हैं तो रिजल्ट लॉटरी यानी ड्रॉ से घोषित किया जाता है। यानी लॉटरी में जिसका नाम आ जाता है वही प्रत्याशी विनर होता है।