पाकिस्तान में इंजीनियर बनने के लिए सबसे पहले 12वीं यानी इंटरमीडिएट (FSc) की पढ़ाई पूरी करनी होती है, जिसमें मुख्य रूप से फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स विषय होते हैं।
12वीं के बाद इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए टेस्ट देना होता है। भारत में JEE Main जैसा पाकिस्तान में Engineering College Admission Test (ECAT) या NUST होता है।
ECAT पंजाब प्रांत की इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए जरूरी होता है। इसके अलावा, अन्य प्रांतों में अलग-अलग एंट्रेंस एग्जाम्स होते हैं, लेकिन ECAT पाक में सबसे बड़ा एग्जाम है।
फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स ECAT में मुख्य विषय होते हैं।
इस एग्जाम में अच्छा स्कोर करने वाले छात्रों को पंजाब की कई सरकारी इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में एडमिशन मिल जाता है।
ECAT पास करने के बाद छात्र अपनी पसंद के अनुसार कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, सिविल या अन्य इंजीनियरिंग ब्रांच में एडमिशन ले सकते हैं।
पाक में इंजीनियरिंग डिग्री को बीएससी इंजीनियरिंग कहा जाता है, जो चार साल का कोर्स है। कुछ यूनिवर्सिटी बीटेक डिग्री भी देती हैं, लेकिन उसे बीएससी इंजीनियरिंग से कम वैल्यू मिलता है।
पाकिस्तान के प्रमुख इंजीनियरिंग कॉलेजों में NUST (नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी) और UET (यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी) शामिल हैं।