भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना में अलग-अलग कोर, ब्रांच होते हैं। इन्हीं में से एक खास ब्रांच है जज एडवोकेट जनरल (JAG), जिसे आसान भाषा में आर्मी की लीगल ब्रांच कहा जाता है।
ये ब्रांच तीनों सेनाओं (Army, Navy, Air Force) में कानूनी सलाहकार के तौर पर काम करती है। JAG ऑफिसर का काम आर्मी से जुड़े कानूनों और नियमों को देखना, पालन कराना होता है।
JAG ऑफिसर भी कमीशंड ऑफिसर होते हैं, जिन्हें लेफ्टिनेंट या सब लेफ्टिनेंट रैंक पर नियुक्त किया जाता है। लेकिन ये फ्रंटलाइन पर लड़ाई नहीं करते, कानूनी और प्रशासनिक काम संभालते हैं।
एजुकेशन क्वालिफिकेशन की बात करें तो LLB (कानून की डिग्री) में कम से कम 50% अंक और बार काउंसिल ऑफ इंडिया में रजिस्ट्रेशन, CLAT PG का स्कोर भी जरूरी है। आयु सीमा 21 से 27 वर्ष है।
इंडियन आर्मी में JAG ऑफिसर का सेलेक्शन SSB इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट के आधार पर होता है।
JAG ऑफिसर को सेना के पे लेवल 10 के आधार पर सैलरी मिलती है, जो 56,100 से 1,77,500 रुपए तक होता है। इसके साथ ही उन्हें आर्मी के अन्य भत्ते, सुविधाएं और प्रमोशन के अवसर भी मिलते हैं।