NEET UG 2025 रिजल्ट के बाद अब बारी है काउंसलिंग की। बहुत सारे स्टूडेंट्स इस समय सोच में होते हैं कि कौन-सा मेडिकल कॉलेज उनके लिए बेस्ट रहेगा।
अच्छे कॉलेज की पहचान करने के लिए सिर्फ कॉलेज का नाम या ब्रांड काफी नहीं होता, बल्कि पढ़ाई की क्वालिटी, फीस, लोकेशन और भविष्य में जॉब के मौके जैसे कई फैक्टर जरूरी होते हैं।
अगर आप भी मेडिकल कॉलेज चुनने जा रहे हैं, तो इन 8 आसान और काम की बातों का ध्यान जरूर रखें।
कोई भी फैसला लेने से पहले पूरी जानकारी जुटाएं। कॉलेज की वेबसाइट पर जाकर कोर्स, फीस, एडमिशन प्रोसेस, कैंपस और फैकल्टी की जानकारी लें।
जिस कॉलेज में आप एडमिशन लेने वाले हैं, वह मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) से मान्यता प्राप्त होना चाहिए। मान्यता ना होने पर आपकी डिग्री मान्य नहीं मानी जाएगी।
भारत सरकार हर साल NIRF रैंकिंग जारी करती है जिसमें टॉप मेडिकल कॉलेज की लिस्ट दी जाती है। इस रैंकिंग में कॉलेज की पढ़ाई, रिसर्च, इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे पॉइंट्स ध्यान में रखा जाता है।
सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की फीस में बहुत अंतर होता है। कुछ प्राइवेट कॉलेज में MBBS की फीस 1 करोड़ से भी ज्यादा हो सकती है। इसलिए फीस स्ट्रक्चर पहले ही अच्छे से चेक कर लें।
अगर किसी कॉलेज में अनुभवी और एक्सपर्ट प्रोफेसर हैं, तो वहां की पढ़ाई का स्तर भी बेहतर होगा। कॉलेज की वेबसाइट पर जाकर टीचर्स की प्रोफाइल पढ़ सकते हैं।
कॉलेज शहर में है या दूर-दराज में? आसपास हॉस्पिटल, बाजार और ट्रांसपोर्ट की सुविधा है या नहीं? ये सब चीजें आपकी स्टूडेंट लाइफ को आसान बनाती हैं।
कितनी बड़ी लाइब्रेरी है, लैब्स कैसे हैं, हॉस्टल कैसा है, इंटरनेट-स्पोर्ट्स जैसी सुविधाएं मिलती हैं या नहीं, ये सब एक अच्छे कॉलेज की पहचान होती हैं।
MBBS के बाद आप कहां नौकरी पाएंगे, कितना पैकेज मिलेगा, ये सब जानना जरूरी है। कॉलेज का प्लेसमेंट रिकॉर्ड चेक करें कि कौन से हॉस्पिटल में स्टूडेंट्स को प्लेस किया गया है।
मेडिकल कॉलेज सिर्फ डिग्री पाने की जगह नहीं है, बल्कि वो जगह है जो आपके पूरे करियर की नींव रखती है। इसलिए सोच-समझकर ही कॉलेज चुनें। जल्दबाजी ना करें, सही जानकारी के साथ फैसला लें।