पूजा खेडकर महाराष्ट्र की ट्रेनी आईएएस ऑफिसर हैं। यह आईएएस अपनी ऐसी VIP मांगों को लेकर चर्चा में आ गई हैं जो किसी ट्रेनी आईएएस को नहीं दिया जा सकता है।
IAS पूजा खेडकर एमपीसीबी सेवानिवृत्त अधिकारी दिलीप राव खेडकर की बेटी हैं। दादा भी सिविल सर्विस में थे। पूजा की मां अहमदनगर जिले के पाथर्डी तालुका के भालगांव की सरपंच हैं।
2022 बैच की ट्रेनी IAS पूजा खेडकर के खिलाफ कई शिकायतें मिलने के बाद अब प्रशासन ने उनका ट्रांसफर पुणे जिला कलेक्टर ऑफिस से वाशिम कर दिया है।
पूजा खेडकर के खिलाफ शिकायत थी कि उनकी निजी कार ऑडी ए 4 में लाल और नीली बत्ती और महाराष्ट्र सरकार का प्रतीक चिन्ह लगाया गया था। इसका वीडियो भी वायरल हो गया।
पूजा खेडकर पीडब्ल्यूडी कैटेगरी से आईएएस बनीं। उन्हें यूपीएससी परीक्षा 2022 में 821वीं रैंक मिली थी। उन्हें पुणे में सहायक कलेक्टर के पद पर तैनाती मिली थी।
ट्रेनी के रूप में ड्यूटी जॉइन करने से पहले ही पूजा खेडकर ने अलग केबिन, कार, क्वार्टर और एक चपरासी मुहैया कराने की डिमांड की। हालांकि उन्हें ये सुविधाएं देने से मना कर दिया गया था।
पूजा खेडकर का विवादों से पुराना नाता रहा है। इससे पहले 2 फरवरी, 2022 को नियुक्ति मामले में उन्होंने कोर्ट में हलफनामा दायर कर कहा था कि वह दृष्टिहीन और मानसिक रूप से बीमार हैं।
मामले में कोर्ट ने जुलाई से सितंबर 2022 के बीच 4 बार पूजा खेडकर की मेडिकल जांच निर्धारित की। लेकिन वह चारों बार उपस्थित नहीं हुईं। इस वजह ट्राइब्यूनल कोर्ट ने उन्हें राहत नहीं दी।
2023 में पूजा ने विकलांग अधिकार अधिनियम 2016 के तहत एक और हलफनामा दिया और उसके बाद उनकी नियुक्ति को मंजूरी मिली।