NEET UG 2024 परीक्षा से संबंधित याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में फैसला आज होना है। मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ 11 जुलाई को सुनवाई के लिए तैयार है।
आज जिन याचिकाओं पर फैसला होना है उसमें 5 मई की परीक्षा के दौरान अनियमितताओं और कदाचार का आरोप लगाने वाली और नए सिरे से परीक्षा कराने की मांग वाली याचिकाएं शामिल हैं।
केंद्र ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि NEET-UG 2024 में व्यापक धोखाधड़ी या असामान्य स्कोर से उम्मीदवारों के बड़ी संख्या में अनुचित लाभ मिलने का कोई सबूत नहीं है।
IIT मद्रास ने NEET रिजल्ट डेटा विश्लेषण किया। विशेषज्ञों ने पाया छात्रों के अंकों में समग्र वृद्धि हुई है, विशेष रूप से 550 से 720 के बीच। अंक वितरण में अनियमितता नहीं है।
केंद्र ने अपने हलफनामे में यह भी कहा कि शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए स्नातक सीटों के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया जुलाई के तीसरे सप्ताह से चार राउंड में शुरू होगी।
एनटीए ने कहा है टेलीग्राम पर लीक हुए नीट यूजी पेपर की तस्वीरें दिखाने वाले वायरल वीडियो फर्जी थे। लीक होने का भ्रम बनाने के लिए टाइमस्टैम्प में हेरफेर किया गया।
एक एडिट फोटो में 5 मई शाम 17:40 बजे का Timestamp है। जानबूझकर तारीख बदली गई थी ताकि लगे कि 4 मई को पेपर लीक हुआ। टेलीग्राम ग्रुप में हुई चर्चा से भी पता चलता है कि वीडयो फर्जी था।
कोर्ट में अपने दावे के सबूत के तौर पर एनटीए ने वीडियो के साथ फर्जीवाड़े के स्क्रीनशॉट्स पेश किये हैं।
साथ ही एक थर्ड पार्टी द्वारा बनाया गया वीडियो शेयर किया है जिसमें ये समझाया गया है कि कैसे वीडियो के साथ छेड़छाड़ की जा सकती है और उसमें तारीख बदली जा सकती है।