राजस्थान के अजमेर की रहने वाली परी बिश्नोई ने बहुत छोटी उम्र में ठान लिया था कि उन्हें IAS बनना है। जब वह 12वीं क्लास में थीं, तभी से उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी थी।
परी बिश्नोई का जन्म 26 जनवरी 1996 को बीकानेर के काकड़ा गांव में हुआ। उनके पिता मनीराम बिश्नोई वकील हैं और मां सुशीला बिश्नोई GRP में पुलिस अधिकारी हैं।
परी बिश्नोई ने अजमेर के सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल से पढ़ाई की और फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। इसी दौरान उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू की।
ग्रेजुएशन के बाद परी बिश्नोई ने अजमेर की MDS यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में पोस्टग्रेजुएशन किया। उन्होंने NET-JRF एग्जाम भी पास किया, लेकिन उनका सपना IAS बनना ही था।
परी की मां ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनकी बेटी ने पढ़ाई के दौरान मोबाइल फोन और सोशल मीडिया से पूरी तरह दूरी बना ली थी। वह ध्यान और एकाग्रता के साथ सिर्फ पढ़ाई में लगी रहीं।
परी ने UPSC में तीन बार प्रयास किया और आखिरकार साल 2019 में तीसरे अटेम्प्ट में ऑल इंडिया रैंक 30 हासिल कर IAS बन गईं।
IAS बनने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग सिक्किम में हुई थी। बाद में उन्होंने हरियाणा के आदमपुर से BJP विधायक भव्य बिश्नोई से शादी की और इसके बाद उन्हें हरियाणा कैडर मिला।
परी ने UPSC की तैयारी के दौरान जिस अनुशासन का पालन किया, वो हर स्टूडेंट के लिए प्रेरणा है। उन्होंने हर तरह की सुविधा और ध्यान भटकाने वाली चीजों से दूरी बनाकर सपना पूरा किया।