महाकुंभ 2025 में अभय सिंह नाम के एक साधु का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह बाबा IIT बॉम्बे के एयरोस्पेस इंजीनियर हैं, जो अब आध्यात्मिक जीवन जी रहे हैं।
अभय सिंह फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हैं और आजादी का असली मतलब समझाते नजर आते हैं। उनकी सोच और बातचीत का अंदाज लोगों को हैरान कर रहा है।
IIT बाबा अभय सिंह का मानना है कि मौत कभी भी आ सकती है, इसलिए हमेशा मुस्कुराते रहना चाहिए। उनकी ये सकारात्मक सोच लोगों को प्रेरणा दे रही है।
IIT बाबा यानी अभय सिंह अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी आध्यात्मिक यात्रा के वीडियो पोस्ट करते हैं। उनके 45.4K फॉलोअर्स हैं, जो उनकी कहानियों और संदेशों को पसंद कर रहे हैं।
IIT ग्रेजुएट अभय सिंह का दावा है कि उन्होंने दुनिया की मोह-माया छोड़कर सनातन संस्कृति के करीब आने का फैसला किया है। उनके इस फैसले ने लोगों को हैरान कर दिया है।
बाबा अभय सिंह महाकुंभ 2025 में गंगा में डुबकी लगाकर आध्यात्मिक अनुभव लेने पहुंचे हैं। उनकी यह यात्रा सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है।
एक IIT ग्रेजुएट का साधु बनना और महाकुंभ का हिस्सा बनना अपने आप में एक अनोखी बात है। लोग उनकी इस यात्रा को प्रेरणा की तरह देख रहे हैं।
IIT वाले इस बाबा के वीडियो पर लोग जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। उनके विचार और सादगी इंटरनेट पर छाए हुए हैं। यूजर्स ने उन्हें आधुनिक और आध्यात्मिक जीवन का उदाहरण बताया है।
महाकुंभ में छाए IIT बाबा ने मीडिया को खुद अपनी स्टोरी सुनाई। उन्होंने बताया कि IIT मुंबई में एडमिशन लेने के बाद वे भविष्य की चिंता को लेकर भारी डिप्रेशन में आ गये थे।
अभय सिंह के अनुसार उन्हें नींद तक नहीं आती थी। वह जानने की कोशिश करते रहते थे कि आखिर दिमगा क्या है, उन्हें नींद क्यों नहीं आ रही। इसीलिए साइक्लोजी की पढ़ाई की, इस्कॉन से जुड़े।
अभय सिंह ने अपने पहले ही प्रयास में IIT-JEE क्लीयर कर लिया था। अभय सिंह हरियाणा के झज्जर जिले के रहने वाले हैं।
IIT बाबा यानि अभय सिंह जब वे छोटे थे तो घर से भागने तक की सोचते थे। वे परिवार से परेशान थे यही वजह थी कि IIT बॉम्बे में एडमिशन लेकर मुंबई आ गये। और आखिरकार आध्यात्म को चुना।