जेल में बंद दो कैदियों ने भी लोकसभा चुनाव 2024 जीत लिया है। जेल से चुनाव लड़ रहे दो निर्दलीय प्रत्याशियों में कट्टरपंथी खालिस्तानी अमृतपाल सिंह और टेरर फंडिग आरोपी अब्दुल राशिद है।
खालिस्तानी उपदेशक अमृतपाल सिंह राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत असम के डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। इन्होंने पंजाब के खडूर साहिब लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीता।
निर्दलीय उम्मीदवार अमृतपाल सिंह को 4,04,430 वोट मिले। इन्होंने कांग्रेस के कुलविर सिंह जीरा को 1.97 लाख से अधिक वोटों से हरा दिया।
टेरर फंडिंग के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद अब्दुल राशिद शेख ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला सीट से चुनाव जीता।इन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्लाह को 2.04 लाख वोटों से हरा दिया।
निर्दलीय प्रत्याशी इंजीनियर अब्दुल राशिद शेख को लोकसभा चुनाव 2024 में कुल 4,72,481 वोट मिले हैं। ये अभी भी तिहाड़ जेल में बंद है। दो बार विधायक रह चुके हैं। टेरर फंडिंग का आरोप है।
इंदिरा गांधी की हत्या में शामिल बेअंत सिंह के बेटे, निर्दलीय प्रत्याशी सरबजीत सिंह खालसा ने भी चुनाव जीता है। इसे 298062 वोट मिले।
सरबजीत सिंह खालसा ने पंजाब के फरीदकोट सीट पर आप के कैंडिडेट करमजीत सिंह अनमोल को 70 हजार से अधिक मतों से हरा दिया।