धोनी को उनकी मंजिल टीम इंडिया तक पहुंचाने में उनकी अपनी मेहनत का हाथ तो है ही लेकिन इस सफर में धोनी को कई लोगों का निस्वार्थ सपोर्ट भी मिला। जिसमें सबसे खास हैं जयंती गुप्ता।
जयंती गुप्ता कोई और नहीं महेंद्र सिंह धोनी की बड़ी बहन हैं। जिनके शुरुआती सपोर्ट के बिना धोनी शायद ही यहां तक पहुंच पाते, आज वह जहां हैं।
शुरू में धोनी के पिता पान सिंह को बेटे का क्रिकेट खेलना बिल्कुल पसंद नहीं था। वे इसे धोनी की गलती और टाइम वेस्ट मानते थे। इस समय जयंती ही थी जो धोनी को पिता के गुस्से से बचाती थी।
धोनी की बहन जयंती की पढ़ाई भी भाई की तरह ही रांची के जेवीएम श्यामली स्कूल से हुई। अब वह स्कूल टीचर हैं और अंग्रेजी पढ़ाती हैं।
महेंद्र सिंह धोनी की बहन जयंती उनसे 3 से 4 साल बड़ी हैं। क्रिकेट खेलने के भाई के जुनून को उन्होंने पूरा सपोर्ट किया। धोनी के हर निर्णय में उनका साथ दिया।
पिता का समर्थन न होने के बावजूद जयंती ने धोनी को सपोर्ट किया। आज धोनी को देश का बच्चा-बच्चा जानता है। लोग उन्हें कॉपी करते हैं लेकिन जयंती लाइमलाइट से दूर रहना पसंद करती हैं।
धोनी की बहन जयंती ने गौतम गुप्ता से शादी की है। गौतम धोनी के उन पुराने और सबसे अच्छे दोस्तों में से एक हैं, जो स्ट्रगल के दिनों में धोनी के साथ खड़े थे।