कमला हेरिस जिन्हें बचपन में काले होने के कारण भेदभाव का सामना करना पड़ा था आज अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल हो गई हैं। उपराष्ट्रपति कमला हैरिस डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हैं।
कमला हेरिस की मां साइंटिस्ट बनने भारत से अमेरिका आईं थीं। फिर शादी के बाद यहीं बस गईं। अब बेटी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव लड़ने वाली पहली भारतीय अमेरिकी बन गई हैं।
वर्तमान राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा है वे दोबारा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ेंगे। साथ ही नए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के रूप में अपने वीपी कमला हैरिस का सपोर्ट भी किया है।
कमला हैरिस का जन्म कैलिफोर्निया में भारतीय तमिल बायोलॉजिस्ट श्यामा गोपालन और जमैका-अमेरिकी प्रोफेसर पिता डोनाल्ड जे हैरिस के घर हुआ था।
कमला हैरिस अपनी मां और बहन के साथ 1970 में कैलिफोर्निया में पली-बढ़ी, जबकि उनके पिता मिडवेस्ट में ही रहे। जब वह सात साल की थी तब उसके माता-पिता का तलाक हो गया।
हैरिस के अनुसार जब वह और उसकी बहन वीकेंड में पालो ऑल्टो में अपने पिता से मिलने जाती थीं, तो पड़ोस के अन्य बच्चों को उनके साथ खेलने की अनुमति नहीं थी क्योंकि वे काले थे।
कमला हैरिस ने बचपन में विभिन्न स्कूलों में पढ़ाई की। हावर्ड विवि से पॉलिटिकल साइंस और इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन पूरा किया। फिर लॉ की डिग्री लेकर 1990 में बार एसोसिएशन की सदस्य बनीं।
कला हेरिस 2003 में सैन फ्रांसिस्को जिला अटॉर्नी चुनी गई। 2010 और 2014 में कैलिफोर्निया की निर्वाचित अटॉर्नी जनरल रहीं। 2017 में अपने राज्य से जूनियर अमेरिकी सीनेटर बनीं।
हैरिस ने 2020 के डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के नामांकन की मांग की, लेकिन प्राइमरी से पहले ही हट गईं। फिर जो बिडेन ट्रम्प को हरा कर राष्ट्रपति बने और हेरिस उपराष्ट्रपति बनीं।