नीट NEET UG परीक्षा 2024 रिजल्ट जारी होने के बाद ग्रेस मार्क्स और 67 टॉपर्स के मामले ने तूल पकड़ा, छात्रों, संगठनों का प्रदर्शन शुरू हुआ और सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दायर हुईं।
नीट यूजी अनियमितताओं के मामले के बाद कैंडिडेट को दिये गये ग्रेस मार्क्स एनटीए ने रद्द कर दिये और ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1,563 छात्रों के लिए 23 जून को दोबारा परीक्षा आयोजित हुई।
6 जुलाई से नीट काउंसलिंग शुरू होनी थी लेकिन अंतिम समय में एनटीए की ओर से नीट काउंसलिंग रद्द कर दी गई।
इससे पहले शिक्षा मंत्रालय ने NEET UG परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच 22 जून को सीबीआई को सौंप दी।
केंद्र सरकार ने परीक्षा आयोजित करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के पूर्व महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह को हटा दिया। प्रदीप सिंह खरोला को एनटीए का महानिदेशक पद दिया गया।
परीक्षा को पारदर्शी, निष्पक्ष तरीके से आयोजित करने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने उच्च स्तरीय 7 सदस्यीय समिति का गठन किया। इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ के राधाकृष्णन अध्यक्ष बने।
CBI ने 3 जुलाई को धनबाद से अमन सिंह नामक युवक को गिरफ्तार किया था, जो मुख्य आरोपी संजीव मुखिया का अहम सहयोगी माना जा रहा है। एनटीए ने बिहार SIT को जले हुए प्रश्नपत्र का डिटेल भेजा।
नीट यूजी पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस ने जांच शुरू की जांच में झारखंड कनेक्शन का पता चला। ईओयू को 23 जून को लीक के सबूत मिले, जिसकी बाद में फॉरेंसिक जांच में पुष्टि हुई।
जले हुए प्रश्नपत्र पर सीरियल कोड झारखंड, हजारीबाग, ओएसिस स्कूल केंद्र का था। 21 जून को जांच के लिए हजारीबाग पहुंची टीम ने पाया स्कूल में प्रश्न पत्र के पैकेट के साथ छेड़छाड़ हुई।
सीबीआई ने 23 जून को जांच अपने हाथ में ली और OASIS स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस-प्रिंसिपल समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया।
सुप्रीम कोर्ट 8 जुलाई को मामले की सुनवाई करने वाला है। सरकार ने पेपर लीक और अन्य परीक्षा कदाचार में शामिल लोगों के लिए सख्त कानून Anti Paper Leak Law लागू किया।