पीएम मोदी ने कहा कि कंपीटिशन और चुनौतियां जीवन में प्रेरणा का काम करती हैं, लेकिन कंपीटिशन हेल्दी होनी चाहिए। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर फोकस करें, साथियों की सफलता से प्रेरणा लें।
पीएम मोदी ने कहा- सफलता सुनिश्चित करने के लिए आपके शरीर और आपका दिमाग भी स्वस्थ होना महत्वपूर्ण है।
कहा कि शिक्षकों को अपने काम को महज नौकरी के रूप में नहीं लेना चाहिए, उन्हें इसे छात्रों के जीवन को सशक्त बनाने के साधन के रूप में लेना चाहिए।
छात्रों और शिक्षकों के बीच संबंध पहले दिन से ही बनने चाहिए, ताकि परीक्षा का दिन तनावपूर्ण न हो। शिक्षकों को अपने सभी छात्रों के साथ समान व्यवहार करना चाहिए।
बच्चों को तैयारी के दौरान छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए और धीरे-धीरे प्रदर्शन में सुधार करना चाहिए। उन्होंने कहा इस तरह आप परीक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएंगे।
किसी को भी किसी भी तरह का दबाव झेलने में सक्षम होना चाहिए। यह पता होना चाहिए कि दबाव बनता रहता है और व्यक्ति को इससे निपटने के लिए खुद को तैयार करना होगा।
माता-पिता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मुद्दों को हल करने के लिए किसी के साथ तुलना करके बच्चाें के मनोबल को कम करने के बजाय उनके साथ सही बातचीत करके रास्ता निकालें।
प्रधानमंत्री ने माता-पिता को सलाह दी कि वे अपने बच्चे के रिपोर्ट कार्ड को अपना विजिटिंग कार्ड न समझें।