रजनी बेक्टर ने महज 20,000 रुपये के इनवेस्टमेंट के साथ बिजनेस की एक छोटी शुरुआत की थी। उनकी दृढ़ता और कड़ी मेहनत का नतीजा है कि शुरुआत में छोटा उद्यम आज करोड़ों का बन चुका है।
शुरुआत में रजनी बेक्टर के एंटरप्रेन्योरशिप जर्नी में कई कठिनाइयां आईं। उन्हें कड़े कंपीटिशन के साथ-साथ सामाजिक बाधाएं भी झेलनी पड़ीं लेकिन वह अडिग रहीं।
बिजनेस की शुरुआत में उन्होंने अपने लुधियाना स्थित घर से आइसक्रीम प्रोडक्शन शुरू किया और बाद में बिस्कुट और अन्य फूड आइटम्स को शामिल करके अपने बिजनेस को बढ़ाया।
रजनी बेक्टर का बिजनेस चल पड़ा और उनके प्रोडक्ट्स जल्द ही पॉपुलर हो गये। इसके साथ ही उन्हें नई पहचान मिली। लोग उन्हें इंडिया की आइसक्रीम लेडी के नाम से भी जानते हैं।
मैकडॉनल्ड्स ने मिसेज बेक्टर्स फूड स्पेशलिटीज लिमिटेड को परमानेंट सप्लायर के रूप में चुना। यह उनके करियर में महत्वपूर्ण मोड़ था। जो बहुत बड़ा अवसर भी था और उन्होंने इसका लाभ उठाया।
अपने प्रोडक्ट की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उन्होंने ग्रेटर नोएडा में एक मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी खोली और ऐसा ही देश भर में कई और स्थान पर ओपन किये।
2023 तक मिसेज बेक्टर्स फूड स्पेशलिटीज लिमिटेड का मार्केट वैल्यू 6681 करोड़ रुपये है( इसके प्रोडक्ट पूरे देश में बेचे जाते हैं। रजनी बेक्टर्स आज कई लोगों के लिए प्रेरणा हैं।
रजनी बेक्टर का जन्म 1940 में कराची में हुआ और वे लाहौर में पली बढ़ीं। उनके पिता एक महालेखाकार थे। 1947 में देश के विभाजन के समय उनका परिवार दिल्ली आ गया।
महज 17 साल की उम्र में उनकी शादी लुधियाना के रहने वाले धर्मवीर बेक्टर से हो गई। शादी के बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई डीयू के मिरांडा हाउस से पूरी की। 3 बच्चों की मां हैं।