पीएम मोदी ने 21 फरवरी को दिल्ली के भारत मंडपम में SOUL लीडरशिप कॉन्क्लेव के पहले संस्करण का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में भूटान PM शेरिंग तोबगे भी विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए।
21 से 22 फरवरी तक आयोजित इस प्रोग्राम में राजनीति, खेल, मीडिया, आध्यात्म, व्यापार और सामाजिक क्षेत्र के दिग्गज शामिल हो रहे हैं। जहां लाडरशिप और प्रेरक लाइफ स्टोरीज शेयर की जाएंगी।
Soul Leadership Conclave का मुख्य उद्देश्य नेतृत्व क्षमता को विकसित करना और नई पीढ़ी को प्रेरित करना है। इसमें सफलता और असफलता दोनों से सीखने पर जोर दिया जाएगा।
स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप (SOUL) एक आगामी लीडरशिप संस्थान है, जिसे गुजरात में स्थापित किया जा रहा है। इसका मकसद योग्य, समर्पित और जनसेवा के प्रति जुनूनी नेताओं को तैयार करना है।
स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप संस्थान का लक्ष्य सिर्फ राजनीतिक परिवारों से आने वालों को आगे बढ़ाने के बजाय योग्य और जनता की सेवा के लिए समर्पित लोगों को नेतृत्व के लिए तैयार करना है।
14 फरवरी को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गांधीनगर में SOUL यानि स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप के अत्याधुनिक कैंपस का भूमि पूजन किया। इसकी लागत 150 करोड़ रुपये होगी।
स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप संस्थान का कैंपस गुजरात बायोटेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी के पास GIFT सिटी रोड पर 22 एकड़ में बन रहा है। अगले 2 सालों में इसे पूरी तरह विकसित करने की योजना है।
पीएम मोदी ने कहा कि SOUL भारत के सामाजिक जीवन की आत्मा बनेगा और यह ‘विकसित भारत’ मिशन की दिशा में एक अहम कदम है।