रोहन मूर्ति, इंफोसिस संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति और लेखिका-सांसद सुधा मूर्ति के बेटे हैं।उन्होंने फैमिली कंपनी छोड़ अलग पहचान बनाई और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए।
रोहन ने बिशप कॉटन बॉयज स्कूल, बेंगलुरु से पढ़ाई की, फिर कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में बैचलर और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में पीएचडी डिग्री हासिल की।
रोहन मूर्ति ने कई रिसर्च भी किये हैं। जिसमें से एक 'ओपॉर्चुनिस्टिक वायरलेस नेटवर्क' पर केंद्रित थी।
रोहन मूर्ति ने अपनी अलग पहचान बनाने के लिए 7,37940 cr की कंपनी इंफोसिस छोड़ दी और अपनी कंपनी शुरू की। साल 2014 में उन्होंने Soroco नामक डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन कंपनी शुरू की।
रोहन मूर्ति की कंपनी AI और ऑटोमेशन टेक्नोलॉजी में काम करती है। वह इस कंपनी के CTO हैं। 2022 में Soroco का अनुमानित टॉप-लाइन रेवेन्यू ₹150 करोड़ था।
रोहन मूर्ति के पास इंफोसिस के 6,08,12,892 शेयर (1.67%) थे और उन्हें इससे 106.42 cr का डिविडेंड इनकम हुआ।हालांकि अब वे इंफोसिस की जिम्मेदारियों अलग अपनी कंपनियों पर फोकस कर रहे हैं।
भारतीय शास्त्रीय ग्रंथों को संरक्षित करने के लिए रोहन मूर्ति ने 'मूर्ति क्लासिकल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया' की स्थापना की, जिससे भारतीय संस्कृति को नई पहचान मिल रही है।
रोहन की पत्नी अपरना कृष्णन, पहले Soroco में जनरल मैनेजर थीं और अब मूर्ति मीडिया की प्रमुख हैं। नवंबर 2023 में रोहन और अपरना ने अपने बेटे एकाग्र का स्वागत किया।
अक्षता मूर्ति, रोहन मूर्ति की बहन हैं। अक्षता मूर्ति की शादी ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से हुई है, जिससे उनका परिवार इंटरनेशनल लेवल पर भी चर्चित है।