अंजलि और सुंदर पिचाई की पहली मुलाकात IIT खड़गपुर में हुई थी। जहां अंजलि केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री कर रही थीं, वहीं सुंदर पिचाई मेटलर्जी की पढ़ाई की थी।
अंजलि और सुंदर पिचाई की IIT खड़गपुर में शुरू हुई दोस्ती, बाद में एक मजबूत रिश्ते में बदल गई।
IIT खड़गपुर से इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद, अंजलि ने करियर की शुरुआत Accenture से की और फिर Intuit जॉइन किया, जहां आज वह बिजनेस ऑपरेशन्स मैनेजर हैं।
जब सुंदर को ट्विटर और याहू जैसी बड़ी कंपनियों से जॉइन करने के ऑफर मिले, तब अंजलि ने उन्हें गूगल में ही बने रहने की सलाह दी। इस एक सलाह ने उनके करियर का रुख बदल दिया।
अमेरिका जाने के बाद दोनों के लिए लंबी दूरी से कई समस्याएं आईं, खासकर उस वक्त के महंगे इंटरनेशनल कॉल्स के कारण। लेकिन अंजलि की समझ ने सुंदर को कठिन समय में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
सुंदर पिचाई आज दुनिया के सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले CEOs में शामिल हैं। उनकी सालाना सैलरी 1,800 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
साल 2022 में सुंदर पिचाई ने 1,869 करोड़ रुपये कमाए, जिससे वह सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले भारतीय CEO बन गये।
सुंदर पिचाई के नेतृत्व में गूगल का शेयर 400% से ज्यादा बढ़ चुका है। उनकी स्मार्ट स्ट्रेटजी और लीडरशिप के कारण गूगल ने तकनीकी दुनिया में नई ऊंचाइयों को छुआ है।
सुंदर पिचाई की नेट वर्थ करीब 8,342 करोड़ रुपये (1 अरब डॉलर) हो चुकी है। जैसे-जैसे AI का क्षेत्र बढ़ रहा है, उनकी संपत्ति भी बढ़ रही है और वह जल्द ही अरबपति बनने की राह पर हैं।
भले ही सुंदर पिचाई को गूगल के CEO के तौर पर पहचान मिली हो, लेकिन अंजलि पिचाई का अप्रत्यक्ष योगदान उनकी सफलता में बेहद महत्वपूर्ण है।
अंजलि पिचाई का हौसला, मार्गदर्शन और प्यार ने सुंदर पिचाई को बड़े फैसले लेने में मदद की और आज वह दुनिया के सबसे प्रभावशाली CEOs में से एक हैं।