ओडिशा की सुजाता अग्रवाल को ‘केसर लेडी’ के नाम से जाना जाता है, जिन्होंने घर पर केसर की खेती शुरू की और अब हर किलो केसर के लिए 10 लाख रुपये तक की कमाई कर रही हैं।
सुजाता ने एक छोटे से कमरे में केसर उगाकर इस महंगे मसाले को आम आदमी तक पहुंचाया और कृषि क्षेत्र में नया मुकाम हासिल किया है।
सुजाता अग्रवाल ने होम साइंस में पोस्टग्रेजुएट करने के बाद जब अपने फोन पर हाइड्रोपोनिक्स के बारे में पढ़ा, तो वह हैरान रह गईं। उन्होंने इसके फायदों के बारे में और रिसर्च किया।
फिर सुजाता ने सबसे पहले हाइड्रोपोनिक्स तकनीक से खेती की शुरुआत की थी, जहां मिट्टी के बिना पानी में पौधे उगाए जाते हैं। इसके बाद उन्होंने केसर उगाने का निर्णय लिया।
एक दिन भगवान को तिल चढ़ाते समय सुजाता को केसर उगाने का विचार आया। उन्होंने जब परिवार के साथ शेयर किया तो मजाक भी बना, लेकिन सुजाता ने इसे चुनौती के रूप में लिया।
उन्होंने कश्मीर से 250 किलोग्राम केसर के बल्ब ₹2.5 लाख में खरीदे और अपने इनडोर फार्म को आर्टिफिशियल ठंडक, लकड़ी की ट्रे और रैक के साथ तैयार किया।
सुजाता ने केसर की खेती के लिए एरोपोनिक तकनीक का इस्तेमाल किया, जिसमें पौधों की जड़ें हवा में लटकती हैं और उन्हें पोषण एक धुंआ (mist) से मिलता है, जिससे जमीन की आवश्यकता नहीं होती।
सुजाता ने 2023 में 10x10 फीट के कमरे में केसर की खेती शुरू की और उनके पहले ही प्रयास में सफलता मिली। उन्होंने साल में दो बार केसर की फसल ली, जो पारंपरिक तरीकों से अधिक उत्पादक है।
सुजाता ने केसर से बने स्किन और हेयर सीरम और काव्हा टी जैसे प्रोडक्ट भी बेचना शुरू किया। उनके द्वारा तैयार किए गए प्रोडक्ट की अच्छी मांग हो रही है।
सुजाता ने अब तक 62 छात्रों को हाइड्रोपोनिक्स, माइक्रोग्रीन्स और केसर खेती की ट्रेनिंग दी है। उनका उद्देश्य है कि वह युवाओं को खेती के आधुनिक तरीके सिखा कर रोजगार के अवसर पैदा करें।