यह कहानी है एक ऐसे लड़के की, जिसकी IAS बनने की चाह बचपन से ही थी। नाम है सुनील कुमार बर्नवाल, जो बिहार से ताल्लुक रखते हैं।
सुनील बर्नवाल पढ़ाई में शुरू से ही तेज थे, लेकिन उन्होंने पहले इंजीनियरिंग को बैकअप प्लान के तौर पर चुना। ISM धनबाद से पेट्रोलियम इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और 3 गोल्ड मेडल भी जीते।
सुनील कुमार बर्नवाल की स्कूलिंग भागलपुर के बरारी स्थित R.H.T.B. हाई स्कूल से हुई। इसके बाद इंटरमीडिएट की पढ़ाई के लिए हॉस्टल में रहना शुरू किया।
सुनील कुमार बर्नवाल IIT की परीक्षा देना चाहते थे, लेकिन उम्र की सीमा के कारण नहीं दे पाए। ISM धनबाद, रुड़की और बिहार इंजीनियरिंग की परीक्षा पास की, लेकिन ISM धनबाद को चुना।
सुनील कुमार बर्नवाल के पिता बिहार सरकार में कर्मचारी थे और मां एक गृहिणी थीं। साधारण परिवार से आने वाले सुनील ने अपनी मेहनत से बड़ा मुकाम हासिल किया।
सुनील कुमार बर्नवाल कॉलेज की छुट्टियों में फिजिक्स और मैथ्स पढ़कर सिविल सेवा की तैयारी करते थे। 1993 में GAIL में नौकरी जॉइन की, लेकिन IAS का सपना नहीं छोड़ा।
1995 में पहली बार UPSC प्रीलिम्स और मेंस क्लियर किए, लेकिन इंटरव्यू में फेल हो गए। हार मानने की बजाय कमियों पर काम किया। 1996 में दोबारा परीक्षा दी और 1417 अंकों के साथ टॉपर बने।
2013-14 में सिंगापुर के Lee Kuan Yew School of Public Policy से Public Management में मास्टर्स किया। इस दौरान Harvard University और सिंगापुर की सरकारी संस्थाओं के साथ भी काम किया।
सुनील कुमार बर्नवाल झारखंड में कई अहम पदों पर रहे। IG (Prisons) रहकर 26 जेलों की निगरानी की और सुधार कार्यक्रम शुरू किए। 2015 से 2019 तक झारखंड सरकार में Secretary रहे।
सुनील कुमार बर्नवाल जून 2023 से भारत सरकार में Additional Secretary के तौर पर कार्यरत हैं। इससे पहले Joint Secretary की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं। दोनों भूमिकाएं दिल्ली में रही।
IAS सुनील कुमार बर्नवाल की पत्नी रिचा संचिता पेशे से वकील हैं। इनके दो बच्चे हैं। बड़ी बेटी धृति बर्नवाल और बेटे का नाम धैर्य बर्नवाल है।