आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का चार साल के बैचलर डिग्री कोर्स को यूथ काफी पसंद कर रहे हैं। इस कोर्स के बाद मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग में बेहतर करिअर है।
वेब डेवलपमेंट कोर्स की इस डिजिटल युग में काफी डिमांड है। यूजर्सके के लिए वेबसाइटें डिजाइन करने, बनाने के लिए HTML, CSS और JavaScript का यूज करना सीखें और पाएं आकर्षक जॉब।
सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट की फील्ड में करियर बनाने के लिए पायथन, जावा, या सी++ जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखना जरूरी है। ऐसे में कोडिंड सीख कर अच्छी जॉब पाई जा सकती है।
सोसायटी में बढ़ते साइबर थ्रेट को देखते ही साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल्स की काफी डिमांड है। एथिकल हैकिंग, टेस्टिंग सिक्योरिटी लेवल्स और एन्क्रिप्शन सीखें और पाएं जॉब के मौके।
डाटा एनालिसिस्ट का कोर्स कर डेटा कलेक्ट करना, क्लीन करना, एनालाइज और विज़ुअलाइज़ करना सीखें। डेटा एनालसिस्ट की डिमांड इन दिनों काफी बढ़ गई है।
मशीन लर्निग का शॉर्ट टर्म कोर्स करें. इसमें एल्गोरिदम, स्टेटिस्टिक मॉडल एक्सप्लोरिंग सीखें। इस कोर्स की मार्केट में काफी डिमांड है।
डाटा एनालिसिस से डिप्लॉयमेंट तक सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट के बारे में पूरी जानकारी हासिल करें। इस कोर्स में कैंडिडेट को स्केलेबल सॉफ़्टवेयर एप्लिकेशन बनाने में एक्सपर्ट किया जाता है।
क्लाउड कंप्यूटिंग कोर्स में AWS, Azure और Google Cloud जैसी क्लाउड सर्विस का प्रयोग करना सीखें। क्लाउड आर्किटेक्चर, एप्लिकेशन मेकिंग, क्लाउड बेस्ड स्टोरेज का यूज भी सीखें।
मोबाइल ऐप डेवलपमेंट कोर्स की मार्केट में खासी डिमांड है। रिएक्ट नेटिव या फ़्लटर जैसे फ्रेमवर्क का यूज कर iOS और Android एप्लिकेशन डेवलप करना सीखें।
इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) कोर्स के जरिए अप्लीकेशन मेंकिंग सीख सकते हैं। इसके साथ ही हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का ऑटोमेशन करना और डेटा एनालिसिस करना सीखें।