अगर आप हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना या जेमिमा रोड्रिग्स जैसी क्रिकेटर बनना चाहती हैं, तो सही क्रिकेट एकेडमी (Cricket Academy) चुनना बहुत जरूरी है।
जानिए भारत की 10 बेस्ट महिला क्रिकेट ट्रेनिंग सेंटर (Training Centres) के बारे में, जहां लड़कियों को प्रोफेशनल कोच (Coach) से इंटरनेशनल लेवल की तैयारी कराई जाती है।
यह देश की सबसे मशहूर फास्ट बॉलिंग एकेडमी है, जहां डेनिस लिली जैसे बड़े कोच ने ट्रेनिंग दी है। यहीं से जहीर खान और इरफान पठान जैसे बॉलर निकले हैं।
यहां 40 से ज्यादा प्रोफेशनल कोच हैं और वीडियो एनालिसिस सिस्टम भी है। सालभर ट्रेनिंग चलती है। महिला क्रिकेटर्स को स्पेशल गाइडेंस दी जाती है। फीस 2,000 रु से 10,000 रु महीने तक है।
यह बीसीसीआई की मुख्य एकेडमी है जहां देश के टॉप खिलाड़ी ट्रेनिंग लेते हैं। यहां लड़कियों को फिटनेस, नेट प्रैक्टिस और गेम एनालिसिस पर खास ट्रेनिंग दी जाती है।
सुंदर लोकेशन और बढ़िया सुविधाओं वाली यह एकेडमी उन स्टूडेंट्स के लिए बेस्ट है जो रेजिडेंशियल ट्रेनिंग चाहते हैं। यहां हॉस्टल, जिम और डायट चार्ट की सुविधा भी है।
1969 में शुरू हुई इस क्लब से कई नामी खिलाड़ी निकले हैं। यहां महिला खिलाड़ियों के लिए भी खास कोचिंग प्रोग्राम चलता है। खासियत: मैच जैसी प्रैक्टिस और ग्राउंड ट्रेनिंग।
द्रोनाचार्य अवार्ड विजेता डॉ संजय भारद्वाज ने यह क्लब शुरू किया था। यहां से गौतम गंभीर और रीमा मल्होत्रा जैसी खिलाड़ी निकली हैं।
वीरेंद्र सहवाग की यह एकेडमी बच्चों और महिलाओं दोनों के लिए इंटरनेशनल लेवल की ट्रेनिंग देती है। यहां फिटनेस ट्रेनर और वीडियो एनालिसिस की सुविधा भी है।
यहां 6 साल से लेकर 19 साल तक के बच्चों को क्रिकेट सिखाया जाता है। यहां बेसिक से लेकर एडवांस लेवल तक की ट्रेनिंग दी जाती है।
पूर्व भारतीय खिलाड़ी मदनलाल द्वारा शुरू की गई इस एकेडमी में वीडियो एनालिसिस और इंटरनेशनल कोचिंग सेशन जैसी आधुनिक ट्रेनिंग दी जाती है।
इनडोर एकेडमी, मुंबई यह सचिन तेंदुलकर और कई दिग्गज खिलाड़ियों की ट्रेनिंग जगह रही है। अब यहां महिला क्रिकेटर्स को भी आधुनिक इनडोर प्रैक्टिस की सुविधा दी जाती है।
यह सिर्फ लड़कियों के लिए बनी एकेडमी है, जिसे विशाल यादव ने शुरू किया था। यहां पूर्व खिलाड़ी गर्गी बनर्जी कोचिंग देती हैं। फीस 1000 रु से 15,000 रुपए प्रति माह, लेवल के अनुसार है।
2008 में शुरू हुई इस एकेडमी में लड़कियों को क्रिकेट के साथ-साथ स्पोर्ट्स साइंस और मेंटल ट्रेनिंग भी दी जाती है।