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दुनिया के 10 सबसे कठिन इंजीनियरिंग कोर्स, जानिए कौन-सा है नंबर 1

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कौन से इंजीनियरिंग कोर्स हैं सबसे कठिन

इंजीनियरिंग का नाम सुनते ही दिमाग में मेहनत, मैथमेटिक्स और इनोवेशन की तस्वीर आ जाती है। लेकिन कुछ इंजीनियरिंग कोर्स ऐसे हैं, जो बाकी सबके मुकाबले कहीं ज्यादा मुश्किल माने जाते हैं।

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दुनिया के Top 10 Toughest Engineering Courses

इंजीनियरिंग के इन कोर्सों में टफ मैथ्स और फिजिक्स के साथ रियल-लाइफ प्रोजेक्ट्स और रिसर्च का भी बड़ा हिस्सा होता है। जानिए दुनिया के Top 10 Toughest Engineering Courses के बारे में।

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एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (Aerospace Engineering)

इसमें प्लेन, स्पेसक्राफ्ट डिजाइन करना सिखाया जाता है। यह फिजिक्स, इंजीनियरिंग प्रिंसिपल्स का कॉम्बिनेशन है। एडवांस लेवल प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल के कारण इसे सबसे टफ माना जाता है।

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न्यूक्लियर इंजीनियरिंग (Nuclear Engineering)

न्यूक्लियर इंजीनियरिंग में न्यूक्लियर फिजिक्स, रेडिएशन कंट्रोल, और रिएक्टर डिजाइन जैसे जटिल टॉपिक शामिल होते हैं। हालांकि कठिन है, लेकिन इसमें स्कोप और सैलरी दोनों ही शानदार हैं।

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केमिकल इंजीनियरिंग (Chemical Engineering)

यह उन लोगों के लिए है जो इंडस्ट्री में बड़े पैमाने पर केमिकल प्रोसेस को डिजाइन और ऑप्टिमाइज करना चाहते हैं। इसमें थर्मोडायनामिक्स और केमिकल रिएक्शन इंजीनियरिंग जैसे टॉपिक होते हैं।

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इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (Electrical Engineering)

अगर आपको पावर सिस्टम्स, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज या सर्किट डिजाइनिंग का शौक है, तो ये कोर्स परफेक्ट है। इसमें सिग्नल प्रोसेसिंग, सिस्टम डिजाइन और एडवांस मैथ्स काफी मुश्किल हिस्से हैं।

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मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering)

कई लोग सोचते हैं कि मशीनों से जुड़ा यह कोर्स आसान होगा, लेकिन हकीकत में यह बहुत ही कॉम्प्लेक्स होता है। इसमें डाइनैमिक्स, मटीरियल साइंस जैसे विषयों पर गहराई से पढ़ाई होती है।

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कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (Computer Science Engineering)

आज डिजिटल दुनिया में यह सबसे पॉपुलर कोर्स है। कोडिंग, एल्गोरिदम, डेटा स्ट्रक्चर और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, सब कुछ सिखाया जाता है। लेकिन हर स्टेप पर लॉजिक और परफेक्शन की जरूरत होती है।

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मरीन इंजीनियरिंग (Marine Engineering)

समुद्र के नीचे चलने वाली मशीनें और शिप सिस्टम्स को डिजाइन करना, यही इस कोर्स का असली मकसद है। इसमें फ्लूड डायनेमिक्स, थर्मोडायनामिक्स और मैकेनिकल सिस्टम्स गहराई से पढ़ाए जाते हैं।

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पेट्रोलियम इंजीनियरिंग (Petroleum Engineering)

यह कोर्स तेल और गैस इंडस्ट्री से जुड़ा है। इसमें फिजिक्स, जियोलॉजी, मैथ्स जैसी स्किल्स में ट्रेंड होना पड़ता है। यह दुनिया के सबसे हाई-पेइंग इंजीनियरिंग फील्ड्स में से है।

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बायोमेडिकल इंजीनियरिंग (Biomedical Engineering)

बायोमेडिकल इंजीनियर्स मेडिकल डिवाइसेज, आर्टिफिशियल ऑर्गन्स और हेल्थ टेक्नोलॉजी डेवलप करते हैं। इसमें फिजिक्स, बायोलॉजी और प्रोग्रामिंग में मजबूत पकड़ जरूरी है।

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रोबोटिक्स इंजीनियरिंग (Robotics Engineering)

रोबोटिक्स इंजीनियरिंग में मैथ्स, फिजिक्स, प्रोग्रामिंग, सिग्नल प्रोसेसिंग की गहराई से पढ़ाई होती है। आज रोबोट्स का इस्तेमाल मैन्युफैक्चरिंग से मेडिकल सेक्टर तक हर जगह हो रहा है।

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थ्योरी से ज्यादा प्रैक्टिकल स्किल्स अहम

इन कोर्सेस में थ्योरी से ज्यादा प्रैक्टिकल स्किल्स मायने रखती है। अगर आप लॉजिक और टेक्नोलॉजी के दीवाने हैं, तो इनमें से कोई भी फील्ड आपके लिए एक शानदार करियर हो सकती है।

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