भारत में हेल्थकेयर सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है और इसमें कक्षा 12 के बाद छात्रों के लिए कई करियर अवसर मौजूद हैं। एमबीबीएस और बीडीएस के अलावा अन्य मेडिकल कोर्स भी शानदार अवसर हैं।
यहां जानिए कक्षा 12 (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी के साथ) के बाद छात्रों द्वारा किए जा सकने वाले प्रमुख मेडिकल कोर्सेज के बारे में।
MBBS भारत में सबसे अधिक मांग वाला मेडिकल डिग्री कोर्स है। यह कोर्स 5.5 साल का होता है, जिसमें 4.5 साल की थ्योरी और 1 साल का इंटर्नशिप है। इसमें एडमिशन NEET के माध्यम से होता है।
BDS पांच साल का कोर्स है (4 साल पढ़ाई + 1 साल इंटर्नशिप)। यह उनके लिए है जो डेंटिस्ट बनना चाहते हैं। एडमिशन NEET से होता है। भारत में 313 संस्थानों में 26,949 सीटें उपलब्ध हैं।
बीएएमएस आयुर्वेदिक चिकित्सा पर केंद्रित है। कोर्स 5.5 साल है,जिसमें 1 साल इंटर्नशिप है। ग्रेजुएट्स प्रैक्टिस के लिए मान्यता प्राप्त लाइसेंसिंग अथॉरिटी से रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
बीएचएमएस 5.5 साल का कोर्स है (1 साल का इंटर्नशिप सहित)। इसमें होमियोपैथिक फार्मेसी, पीडियाट्रिक्स, सायकीट्री और डर्माटोलॉजी जैसी विशेषताएं भी शामिल हैं।
बी.वी.एससी. एक 5 साल का कोर्स है, जो छात्रों को पशु रोगों का निदान और इलाज करने के लिए ट्रेंड करता है। वेटेरिनरी डॉक्टरों की बढ़ती मांग के कारण यह एक फायदेमंद करियर विकल्प है।
बीयूएमएस उन्नानी चिकित्सा पर आधारित है। यह कोर्स 5.5 साल का होता है, जिसमें 1 साल का इंटर्नशिप शामिल होता है। कुछ संस्थान डिस्टेंस लर्निंग ऑप्शन भी प्रदान करते हैं।
बीएसएमएस 5.5 साल का प्रोग्राम है, जो सिद्धा चिकित्सा में विशेषज्ञता देता है। ग्रेजुएट्स सिद्धा चिकित्सा के क्षेत्र में मान्यता प्राप्त डॉक्टर के रूप में प्रैक्टिस कर सकते हैं।
12वीं के बाद छात्र अपनी रुचियों और करियर गोल्स के आधार पर इन करियर ऑप्शन का चयन कर सकते हैं।