देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक UPSC सिविल सेवा परीक्षा में हर साल लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं। लेकिन अंतिम रूप से चयन बस कुछ ही कैंडिडेट्स का होता है।
जानिए पिछले 10 वर्षों में कौन बने UPSC टॉपर और उन्होंने कौन-से वैकल्पिक विषय (Optional Subject) चुने थे, जिनसे उन्हें सफलता मिली।
UPSC 2024 टॉपर शक्ति दुबे का विषय पॉलिटिकल साइंस एंड इंटरनेशनल रिलेशंस (PSIR) रहा। रेगुलर प्रैक्टिस और करंट अफेयर्स की गहरी समझ ने उन्हें इस परीक्षा में सफलता दिलाई।
2023 में यूपीएससी टॉपर रहे आदित्य श्रीवास्तव ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग को वैकल्पिक विषय चुना। आदित्य के अनुसार कंसिस्टेंसी और डिसिप्लिन इस परीक्षा में सफलता की असली कुंजी है।
यूपीएससी 2022 की टॉपर इशिता किशोर का वैकल्पिक विषय पॉलिटिकल साइंस एंड इंटरनेशनल रिलेशंस था। उनके अनुसार यह विषय करंट अफेयर्स से जुड़ा होने के कारण इंटरव्यू में भी काफी मददगार रहा।
2021 में यूपीएससी टॉपर श्रुति शर्मा ने इतिहास (History) को वैकल्पिक विषय चुना था। दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज और JNU से पढ़ी श्रुति ने सेल्फ-मोटिवेशन को सफलता की कुंजी बताया।
2020 यूपीएससी टॉपर शुभम कुमार का विषय एंथ्रोपोलॉजी था। वे IIT Bombay से इंजीनियरिंग ग्रेजुएट हैं। उनके अनुसार स्मार्ट स्टडी और सीमित संसाधनों पर भरोसा सबसे ज्यादा मददगार रहा।
2019 यूपीएससी टॉपर कनिष्क कटारिया का ऑप्शनल सब्जेक्ट मैथ्स था। वे भी IIT बॉम्बे से इंजीनियर हैं। उन्होंने दिखाया कि टेक्निकल बैकग्राउंड वाले छात्र भी सिविल सेवा में चमक सकते हैं।
2017 में अनुदीप दुरीशेट्टी ने एंथ्रोपोलॉजी के साथ ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल की थी। उन्होंने कहा था UPSC कोई रेस नहीं, यह एक मैराथन है।
2016 में नंदिनी के आर ने कन्नड़ साहित्य को वैकल्पिक विषय के रूप में चुना। वे पहली कन्नड़ माध्यम की छात्रा थीं जिन्होंने UPSC में टॉप किया।
2015 की यूपीएससी टॉपर टीना डाबी का विषय था पॉलिटिकल साइंस एंड इंटरनेशनल रिलेशंस (PSIR)। टीना डाबी पहली बार में ही UPSC टॉपर बनीं और आज IAS अधिकारी के रूप में सेवा दे रही हैं।
2014 में इरा सिंघल ने भूगोल (Geography) विषय के साथ UPSC में इतिहास रच दिया। वे देश की पहली दिव्यांग महिला टॉपर बनीं।
यूपीएससी टॉपर्स की जर्नी बताती है कि चाहे आप आर्ट्स, साइंस या इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से हों, UPSC सफलता किसी विषय पर नहीं, बल्कि कड़ी मेहनत और निरंतर अभ्यास पर निर्भर करती है।