विकास दिव्यकीर्ति स्टूडेंट्स और कंपीटिटिव एग्जाम की तैयारी कर रहे कैंडिडेट्स के बीच काफी पॉपुलर हैं। दृष्टि आईएएस कोचिंग के संस्थापक और बहुत ही पॉपुलर मोटिवेटर भी हैं।
अक्सर वे स्टूडेंट्स, पैरेंट्स और कंपीटिटिव एग्जाम की तैयारी कर रहे कैंडिडेट्स को बहुत ही काम के टिप्स देते हैं।
ऐसे ही उन्होंने एक टिप्स देते हुए स्टूडेंट्स से कहा कि एक बार अपने मरने का शोक संदेश खुद से जरूर लिखें। ऐसा कहने के पीछे की वजह भी उन्होंने बताई।
विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि यदि आपको कुछ समझ नहीं आ रहा कि आप क्या करना चाहते हैं। तो आप अपने हाथों से अपने मरने का शोक संदेश लिखें।
जब आप अपने मरने का शोक संदेश लिखेंगे जैसा कि न्यूज पेपर में छपता है और न्यूज चैनलों में दिखाया जाता है, तब आपको एक चीज समझ आयेगी।
अपना शोक संदेश लिखने पर जो चीज समझ आयेगी वह यह कि आप अपने फोटो के नीचे क्या देखना चाहते हैं। आपको लोग किस तरह से जानें। एक आम इंसान जो जन्म लिया और मर गया।
या फिर एक ऐसा इंसान जो अपने समाज, देश राष्ट्र के लिए कुछ करते हुए अपने जीवन के उद्देश्य को पूरा कर गया। पैसा कमाना एक बात है औरपैसा कमाते हुए लोगों, समाज के लिए योगदान दूसरी बात।
आपको अपने जीवन का उद्देश्य समझ आयेगा। आपको यह समझ आयेगा कि वास्तव में आप क्या बनना चाहते हैं।