डोनाल्ड ट्रंप ने विवेक रामास्वामी और एलोन मस्क को नए 'डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी' का नेतृत्व सौंपा है, जिसका उद्देश्य सरकारी खर्च में सुधार और दक्षता बढ़ाना है।
विवेक रामास्वामी का जन्म 9 अगस्त 1985 को सिनसिनाटी, ओहायो में हुआ। उनके माता-पिता केरल, भारत से अमेरिका में आकर बसे थे।
विवेक रामास्वामी की मां जेरियाट्रिक मनोचिकित्सक हैं और पिता जनरल इलेक्ट्रिक में इंजीनियर और पेटेंट वकील थे।
बचपन में राष्ट्रीय स्तर के टेनिस खिलाड़ी रहे रामास्वामी ने शुरुआती पढ़ाई जेसुइट हाई स्कूल से पूरी की। जहां वे टॉपर भी रहे।
विवेक रामास्वामी ने 2007 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से बायोलॉजी में ग्रेजुएशन और 2013 में येल यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री ली।
हार्वर्ड से स्नातक होने के बाद विवेक ने एक हेज फंड में काम किया, जहां उन्होंने सात वर्षों में $7 मिलियन की कमाई की।
हेज में काम करने के दौरान ही विवेक रामास्वामी की मुलाकात अपूर्वा तिवारी से हुई, जो बाद में उनकी पत्नी बनीं। उनका बेटा भी है।
2014 में, 29 वर्ष की उम्र में, विवेक ने रोइवंट साइंसेज नामक एक बायोटेक कंपनी की स्थापना की। उन्होंने अधूरे फार्मास्युटिकल प्रोजेक्ट्स को खरीदकर, उन्हें डेवलप कर कंपनी को सफल बनाया।
2021 में उन्होंने "वोक, इंक.: इनसाइड कॉर्पोरेट अमेरिकाज सोशल जस्टिस स्कैम" किताब प्रकाशित की, जिसमें कॉर्पोरेट अमेरिका द्वारा सामाजिक मुद्दों पर ध्यान देने को मुनाफे की चाल बताया।
फरवरी 2023 में रामास्वामी ने रिपब्लिकन राष्ट्रपति चुनाव में भाग लिया। उन्होंने विवादास्पद मुद्दे उठाए, जैसे वोटिंग उम्र बढ़ाना और शिक्षक यूनियनों को खत्म करना।
उन्होंने शुरुआती दौर में काफी लोकप्रियता पाई और अगस्त 2023 में हुए डिबेट में एक मजबूत प्रदर्शन दिया। उन्होंने अपनी बातों को पहुंचाने के लिए 150 से अधिक पॉडकास्ट इंटरव्यू भी किए।
आयोवा कॉकस में चौथे स्थान पर आने के बाद विवेक रामास्वामी ने जनवरी 2024 में अपनी राष्ट्रपति उम्मीदवारी समाप्त कर दी और डोनाल्ड ट्रंप को समर्थन देने की घोषणा की।