शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लागत हुए फैशन डिजाइनर अर्चना मकवाना के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
यह घटना तब हुई जब मकवाना ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर स्वर्ण मंदिर के परिसर में ध्यान और शीर्षासन किया और बाद में फोटोज सोशल मीडिया पर साझा शेयर किये।
मकवाना वडोदरा में हाउस ऑफ अर्चना नाम से एक फैशन डिजाइन ब्रांड चलाती हैं। वह Healing Tattvas ब्रांड से भी जुड़ी हुई हैं और ब्लॉगर के रूप में ट्रेवल एक्सपीरिएंस शेयर करती हैं।
अर्चना मकवाना के इंस्टाग्राम पर लगभग 140k फॉलोअर्स हैं। वह खुद को एक फैशन डिजाइनर, एंटरप्रेन्योर, इंफ्लूएंसर और ट्रेवल, फैशन ब्लॉगर बताती हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक योग और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए और इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अर्चना मकवाना को सम्मानित भी किया जा चुका है।
पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर में योग आसन करने के लिए अर्चना मकवाना को जान से मारने की धमकी ऑनलाइन दी गई है। इसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा में रखा गया।
अर्चना मकवाना की योग की तस्वीरें वायरल हो गईं, जिसके बाद एसजीपीसी ने इसकी आलोचना की कहा उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। जवाब में मकवाना ने फोटो हटा दी और माफीनामा भी पोस्ट किया।
मकवाना ने कहा पूरी दुनिया योग दिवस मना रही थी, मैंने सोचा कि ऐसे पवित्र स्थल पर शीर्षासन करने से एकता और फिटनेस का संदेश जाएगा। मैंने कभी नहीं सोचा था कि इससे किसी को ठेस पहुंचेगी।
अर्चना मकवाना को गुजरात पुलिस ने सुरक्षा दी है और उनकी जान को खतरे के कारण अगले कुछ दिनों तक घर पर ही रहने की सलाह दी है।