आयकर विभाग ने कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू से जुड़े ओडिशा और झारखंड में कई ठिकानों पर छापेमारी की। बिना किसी अकाउंट रिकॉर्ड के अबतक 260 करोड़ रुपये की गिनती की जा चुकी है।
धीरज साहू बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से जुड़े हैं, जो छापे में शामिल बौध डिस्टिलरीज की एक ग्रुप कंपनी है। हालांकि अबतक धीरज साहू चुप हैं। उनकी ओर से कुछ नहीं कहा गया।
2010 से झारखंड से राज्यसभा में कांग्रेस सांसद साहू, कांग्रेस के साथ लंबे समय से जुड़े परिवार से हैं। उनके भाई शिव प्रसाद साहू कांग्रेस के टिकट पर रांची से दो बार लोकसभा सांसद रहे।
झारखंड के लोहरदगा के रहने वाले व्यवसायी साहू ने 2018 के राज्यसभा चुनाव हलफनामे में कुल 34.83 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की। उन्होंने 2.04 करोड़ रुपये की चल संपत्ति बताई।
छापेमारी बुधवार को शुरू हुई, जिसमें बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड सहितओडिशा की संबंधित कंपनियों को निशाना बनाया गया।
बरामद राशि की गिनती, जो वर्तमान में 260 करोड़ रुपये है 300 तक बढ़ सकती है। मशीनों की कमी के कारण गिनती प्रक्रिया धीमी गति से चल रही है, जिसमें लगभग तीन दर्जन मशीनें शामिल हैं।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने ओडिशा के बोलांगीर जिले के सुदापाड़ा में एक ठिकाने से कुल 156 बैग जब्त किए हैं, जिसमें अकेले बोलांगीर में 200 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं।
संबलपुर, सुंदरगढ़, बोकारो, रांची और कोलकाता से अतिरिक्त धनराशि प्राप्त की गई। छापेमारी के जवाब में शामिल कंपनियों की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिपोर्टों के बारे में ट्वीट किया है। बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने उजागर फंड के मामले में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से इस्तीफे की मांग की।
भाजपा की ओडिशा इकाई ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। पार्टी ने ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजेडी) से स्पष्टीकरण मांगा है।
धीरज प्रसाद साहू का जन्म झारखंड के लोहरदगा में 23 नवंबर 1959 हुआ था। वे इंडस्ट्रियलिस्ट राय साहब बलदेव साहू के बेटे हैं।