सौम्या सिंह राठौड़ ने एंटरप्रेन्योर बनने के लिए अपना कॉर्पोरेट करियर छोड़ दिया। स्टार्टअप शुरू करने के केवल 3 साल में यह Rs 2,500 करोड़ से अधिक के वैल्यू तक पहुंच गया।
सौम्या सिंह ने 2018 में IIM के पूर्व छात्र पवन नंदा के साथ WinZO की को फाउंडिंग की।सौम्या ने पहली बार स्टार्टअप शुरु की और गेमिंग इंडस्ट्री में अपना नाम बनाने में सफल रही।
महामारी लॉकडाउन के दौरान गेमिंग इंडस्ट्री में उछाल से ब्रांड को फायदा हुआ। WinZO को कोर्टसाइड वेंचर्स, मेकर्स फंड और ग्रिफिन गेमिंग पार्टनर्स से 110.5 मिलियन डॉलर फंडिंग मिली है।
सौम्या ने 2022 में WinZO का सपोर्ट करने के लिए क्रिकेट के दिग्गज एमएस धोनी को शामिल किया। उसी वर्ष आईपीएल फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर (केकेआर)का स्पांसरशिप भी हासिल किया।
कैरी मिनाटी, भुवन बाम जैसे लोग भी ब्रांड से जुड़े हैं। धोनी सपोर्टेड WinZO गेमिंग फील्ड में पॉपुलर हो चुका है। इसमें 12 भाषों और 6 फॉर्मेट में 100 से अधिक गेम्स हैं।
अब WinZO कई लोगों को रोजगार भी दे रहा है। WinZo के पास 2022 तक लगभग 1 लाख इफेक्टिव लोग थे जो 75,000 रुपये से 1 लाख रुपये, यहां तक कि 5-10 लाख रुपये मंथली कमा रहे थे।
बिजनेसवुमन बनने से पहले सौम्या ने मनोवैज्ञानिक बनने की ट्रेनिंग ली थी। UK के मैनचेस्टर विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की पढ़ाई के बाद,लंदन में बिग फोर कंपनी केपीएमजी के साथ काम किया।
उन्होंने स्टार्टअप इकोसिस्टम में शामिल होने से पहले टाइम्स ग्रुप ऑफ इंडिया में विभिन्न पदों पर काम किया है। अब 36 साल की उम्र में सफल एंटरप्रेन्योर बन चुकी हैं।
सौम्या को भारत की सबसे कम उम्र की वुमन एंटरप्रेन्योर के रूप में आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और हुरुन रिपोर्ट लिस्ट में भी शामिल किया गया था।
उनकी कुल संपत्ति लगभग 520 करोड़ रुपए है, जिसने उन्हें दिल्ली एनसीआर की सबसे अमीर महिलाओं में से एक बना दिया और 2023 में भारत की टॉप 100 सबसे अमीर महिलाओं में से एक बना दिया।