हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया कि सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच का संबंध उन ऑफशोर कंपनियों से रहा है, जो अदानी ग्रुप की वित्तीय अनियमितताओं में शामिल थीं।
इस पर माधबी पुरी बुच और धवल बुच ने कहा है कि इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। हमारी जिंदगी और वित्तीय लेनदेन पूरी तरह से पारदर्शी हैं।
कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में जिस फंड का उल्लेख है, उसमें उनका निवेश 2015 में हुआ था, जो माधबी के सेबी का सदस्य बनने से 2 साल पहले की बात है।
माधबी पुरी बुच सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) की अध्यक्ष हैं, इस पद पर वह 1 मार्च, 2022 से कार्यरत हैं।
बुच सेबी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला हैं और उन्हें तीन साल के कार्यकाल के लिए नियुक्त किया गया है। बुच इस पद पर नियुक्त होने वाले प्राइवेट सेक्टर की पहली व्यक्ति भी हैं।
बुच ने अपना करियर आईसीआईसीआई बैंक से शुरू किया और फरवरी 2009 से मई 2011 तक आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज में प्रबंध निदेशक (एमडी) और सीईओ बनी रहीं।
बुच ने सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली से मैथ्स से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की और बाद में आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए की डिग्री ली।