Hindi

कौन है राकेश रंजन "रॉकी" NEET पेपर लीक मामले में CBI ने किया गिरफ्तार

Hindi

नीट पेपर लीक मामले में राकेश रंजन उर्फ ​​रॉकी पटना से गिरफ्तार

सीबीआई ने एनईईटी-यूजी पेपर लीक मामले में राकेश रंजन उर्फ ​​रॉकी को पटना से छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया है। 

Image credits: social media
Hindi

कौन है राकेश रंजन उर्फ रॉकी

राकेश रंजन उर्फ रॉकी को बिहार नीट यूजी पेपर लीक मामले का मुख्य सरगना माना जा रहा है। राकेश बिहार के नालंदा जिले का रहने वाला है।

Image credits: social media
Hindi

राकेश रंजन से मिले कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और डॉक्यूमेंट्स

सीबीआई ने छापेमारी के दौरान राकेश रंजन के पास से कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और डॉक्यूमेंट्स भी हासिल किये हैं।

Image credits: social media
Hindi

रॉकी का संजीव मुखिया से नाता

रॉकी पेपर लीक रैकेट के एक अन्य प्रमुख व्यक्ति संजीव मुखिया से भी जुड़ा है, जो दो दशकों से इस घोटाले में शामिल है और फरार है। रॉकी की गिरफ्तारी से नीट मामले का पर्दाफाश हो सकता है।

Image credits: social media
Hindi

रॉकी को 10 दिन के लिए एजेंसी की हिरासत में भेजा गया

गुरुवार को राकेश रंजन की गिरफ्तारी के बाद उसे 10 दिन के लिए एजेंसी की हिरासत में भेज दिया गया है। नीट मामले में अब तक एक दर्जन से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

Image credits: social media
Hindi

नीट पेपर लीक हजारीबाग स्कूल से होने की पूरी सांभावना

सीबीआई की जांच के अनुसार एनईईटी पेपर लीक की शुरुआत हजारीबाग स्कूल से होने की संभावना जताई जा रही है। वहां से लीक हुए पेपर रॉकी के माध्यम से बिहार भी पहुंचे।

Image credits: social media
Hindi

समझें नीट यूजी पेपर लीक मामले का हजारीबाग कनेक्शन

मामले को ऐसे समझा जा सकता है- नीट यूजी परीक्षा के लिए पेपर के नौ सेट, जो 5 मई को होने वाले थे, सुरक्षित रखने के लिए दो दिन पहले हजारीबाग भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में पहुंच गए थे।

Image credits: social media
Hindi

हजारीबाग में क्वेश्चन पेपर सील खोलते वक्त मौजूद था रॉकी

बैंक से दो सेटों को हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में ले जाया गया, जो परीक्षा केंद्र था और स्कूल पहुंचने तक उन पर लगी सील टूट गई थी। जब प्रश्नपत्रों की सील खोली गई रॉकी वहां मौजूद था।

Image credits: social media
Hindi

नीट क्वेश्चन पेपर की फोटो लेकर सॉल्वर गैंग को भेजा

रॉकी ने यहीं प्रश्नों की तस्वीरें लीं और सॉल्वर गैंग के साथ शेयर किया, यह नाम एक संगठित रैकेट का है जो लीक हुए पेपरों के आंसर देता है। फिर पैसे देने वाले कैंडिडेट से शेयर किया गया।

Image Credits: Getty