संदेशखाली मामले में मुख्य आरोपी तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां को पकड़ लिया गया है। टीएमसी नेता को कोर्ट ने 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
शेख शाहजहां और उनके सहयोगियों पर पश्चिम बंगाल के संदेशखाली क्षेत्र में महिलाओं पर यौन अत्याचार और जमीन हड़पने के गंभीर आरोप हैं।
भाई के नाम से पॉपुलर 42 वर्षीय शेख शाहजहां ने संदेशखाली में मछली पालन और ईंट भट्टों में मजदूर के रूप में शुरुआत की थी। वह चार भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं।
शाहजहां शेख ने 2004 में ईंट भट्टों में यूनियन नेता के रूप में राजनीति में इंट्री की। बाद में पश्चिम बंगाल में बदलते राजनीतिक परिदृश्य के बीच स्थानीय CPI (M) यूनिट में शामिल हुए।
उग्र भाषणों और संगठनात्मक कौशल के लिए जाने जाने वाले शेख शाहजहां ने 2012 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व का ध्यान खींचा।
शेख ने तत्कालीन TMC राष्ट्रीय महासचिव मुकुल रॉय और उत्तर 24 परगना टीएमसी जिला अध्यक्ष ज्योतिप्रियो मलिक के नेतृत्व में काम किया। जल्द ही सत्ता में आ गये और मुलिक के करीबी बन गये।
2018 में शेख को सरबेरिया अग्रघाटी ग्राम पंचायत के उप प्रमुख के रूप में प्रसिद्धि मिली। छोटे भाई भी सक्रिय टीएमसी कार्यकर्ता हैं। वे भूमि सौदे सहित उसके बिजनेस को मैनेज भी करते हैं।
संदेशखाली मामले में गिरफ्तार शाहजहां शेख क्षेत्र में संघर्ष समाधान, पारिवारिक विवादों में मध्यस्थता के लिए भी जाने-माने व्यक्ति हैं। बाल तस्करी को रोकने में भी भूमिका निभाई है।
रिपोर्टों में कहा गया है कि आपराधिक मामलों में शामिल होने के बावजूद उन्होंने 2019 में सरबेरिया अगरघाटी ग्राम पंचायत को 'बाल-अनुकूल ग्राम पंचायत' बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।