सुनेउंग टेस्ट को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है, जो छात्रों के करियर, यूनिवर्सिटी दाखिले और सोशल स्टेटस पर बड़ा असर डालती है।
सुनेउंग परीक्षा साल में एक ही बार, हर नवंबर में आयोजित होती है, जिससे छात्र के पास इसे पास करने का सिर्फ एक मौका होता है।
सुनेउंग परीक्षा एक दिन में आठ घंटे का होता है, जिसमें छात्र पांच विषयों की परीक्षा देते हैं: कोरियन, गणित, अंग्रेजी, कोरियन इतिहास और एक वैकल्पिक विषय।
अंग्रेजी के लिसनिंग सेक्शन के दौरान पूरा देश शांत रहता है। यहां तक कि उस समय फ्लाइट्स भी रोकी जाती हैं ताकि छात्रों को कोई व्यवधान न हो।
हर विषय के लिए 80 से 107 मिनट का समय निर्धारित होता है और दो विषयों के बीच केवल 20 मिनट का छोटा ब्रेक दिया जाता है, जबकि लंच के लिए 50 मिनट होते हैं।
छात्र साल भर में कई मॉक टेस्ट देकर सुनेउंग परीक्षा की अपनी तैयारी चेक करते हैं। कोचिंग सेंटर में भी ये मॉक टेस्ट आयोजित किए जाते हैं ताकि परीक्षा का माहौल तैयार किया जा सके।
सुनेउंग परीक्षा के दिन सरकार ट्रैफिक नियंत्रित करती है, कंपनियों को देर से खोलने का आदेश देती है और यहां तक कि स्टॉक मार्केट भी देर से खुलता है ताकि छात्र समय पर पहुंच सकें।
सुनेउंग के पहले छात्र पौष्टिक आहार लेते हैं। केले, सेब, बेक्ड फिश जैसे हल्के भोजन ताकि ऊर्जा बनी रहे और ध्यान केंद्रित रहे। ये उन्हें परीक्षा के दिन पूरी तरह से फिट रखता है।
सुनेउंग टेस्ट न केवल यूनिवर्सिटी में दाखिले बल्कि भविष्य के करियर, जॉब और सामाजिक प्रतिष्ठा पर भी असर डालता है। इसे पास करना मानो जीवन के बड़े लक्ष्यों को पूरा करने जैसा है।