याह्या सिनवार, इस्माइल हनिया की हत्या के बाद हमास का मिलिट्री और पॉलिटिकल चीफ बनाया गया। हमास के अन्य नेताओं की तरह ही याह्या सिनवार भी बेहद क्रूर और चालाक है।
याह्या सिनवार का जन्म 1967 में गाज़ा पट्टी के शती कैम्प में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गाज़ा में प्राप्त की और इस्लामिक स्कूलों से अध्ययन किया।
याह्या सिनवार गजा इजरायल पर हमले की योजना बनाने में माहिर है। सिनवार अपने विरोधियों और राजनीतिक विरोधियों की आवाजों को दबाने के लिए बहुत ही हिंसात्मक तरीकों का इस्तेमाल करता है।
सिनवार मानवाधिकार उल्लंघन में आगे रहता है। उसके शासन में गजा में मानवाधिकार उल्लंघनों की कई घटनाएं हुई हैं। नागरिकों को स्वतंत्रता, सुरक्षा और बुनियादी अधिकारों से वंचित रखा गया।
सिनवार ने सैन्य और अर्धसैनिक गतिविधियों का संचालन करता है, जिसमें रॉकेट हमले, आत्मघाती बम विस्फोट और अन्य हिंसात्मक कार्रवाइयां शामिल हैं।
सिनवार को 1989 में इस्लामिक जिहाद के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और उन्होंने 22 साल की जेल की सजा काटी। जेल में रहते हुए उन्होंने हमास की रणनीतियों को आगे बढ़ाया।
सिनवार ने आत्मघाती हमलों को बढ़ावा दिया है और ऐसे कई हमलों की योजना बनाई है, जिससे बड़ी संख्या में नागरिक और सैन्य कर्मियों की मौतें हुई हैं।
गजा में सिनवार के नेतृत्व में कई फिलिस्तीनी नागरिकों को उनके अधिकारों से वंचित किया गया है। उनके शासन में लोगों को न तो स्वतंत्रता मिलती है और न ही सुरक्षा।
सिनवार के कार्य और नीतियों के कारण उनकी और हमास की अंतर्राष्ट्रीय छवि अत्यधिक नकारात्मक है। वे अक्सर आतंकवादी गतिविधियों और हिंसा के आरोपों में घिरा रहता है।
याह्या सिनवार ने कई बार शांति वार्ताओं और समझौतों का विरोध किया है। उनका मानना है कि हिंसा और संघर्ष ही फिलिस्तीनी स्वतंत्रता का मार्ग है, जो शांति के प्रयासों को विफल करता है।