90 के दशक के एक्टर हरीश कुमार ने एक हालिया बातचीत में खुलासा किया है कि बतौर लीड हीरो अपनी पहली हिंदी फिल्म 'प्रेम कैदी' के सेट पर वे मरते-मरते बचे थे।
हरीश कुमार ने बताया कि फिल्म के एक सीन में वे पूल में डूबती करिश्मा कपूर को बचाते नज़र आते हैं। लेकिन बिहाइंड द सीन फैक्ट यह है कि करिश्मा ने उन्हें बचाया था।
हरीश कहते हैं कि सीन के मुताबिक़, वे कारैश्मा कपूर को बचाने के लिए पूल में कूदते हैं। लेकिन हकीकत में इस दौरान खुद ही डूबने लगते हैं। क्योंकि उन्हें तैरना नहीं आता था।
इंस्टेंट बॉलीवुड से हरीश ने कहा, "लोगों ने सोचा कि मैं प्रैंक कर रहा था। लेकिन करिश्मा समझ गईं कि मैं डूब रहा हूं। उन्होंने मुझे बचा लिया। मैं हकीकत में उनके कपड़े पकड़ रहा था।"
प्रेम कैदी 1991 में रिलीज हुई थी। इसका निर्देशन के. मुरली मोहन राव ने किया था। फिल्म में हरीश और करिश्मा लीड रोल में थे। यह करिश्मा की डेब्यू और हरीश की पहली हिंदी फिल्म थी।
प्रेम कैदी 1990 में इसी नाम से बनी तेलुगु फिल्म की आधिकारिक हिंदी रीमेक थी। ओरिजिनल फिल्म का निर्देशन ई. वी. वी. सत्यनारायण ने किया था और इसके लीड हीरो भी हरीश कुमार ही थे।
हरीश कुमार को पिछली बार 2017 में रिलीज हुई फिल्म 'आ गया हीरो' में देखा गया था, जिसके लीड हीरो गोविंदा थे। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही थी।