काजोल ने कुछ-कुछ होता है, दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, कभी खुशी कभी गम जैसी ब्लॉकबस्टर मूवी में काम किया है।
रेडियो नशा के साथ एक इंटरव्यू में 90 के दशक की प्रख्यात जोड़ी अब्बास मस्तान ने याद किया कि कैसे बाज़ीगर से नदीम-श्रवण आउट हो गए। क्योंकि उन्होंने काजोल को फिल्म से नहीं हटाया था।
अब्बास-मस्तान ने अपनी मूवी बाज़ीगर के लिए नदीम-श्रवण को बतौर म्यूजिक डायरेक्टर साइन किया था।
बाज़ीगर की लीड एक्ट्रेस काजोल का नाम सुनकर नदीम-श्रवण चौंक गए थे। इसके बाद संगीतकार जोड़ी ने अब्बास-मस्तान से उन्हें फिल्म से बाहर करने के लिए जतन करना शुरु किया था।
दरअसल काजोल की बेखुदी मूवी के बाद नदीम-श्रवण उन्हें अपनी एक मूवी में कास्ट करना चाहते थे। लेकिन तनूजा ने उन्हें उल्टे पांव लौटा दिया था।
तनूजा से ना सुनने के बाद नदीम- श्रवण अपने किसी प्रोजेक्ट में काजोल को कास्ट नहीं करना चाहते थे। इस वजह से उन्होंने काजोल को बाज़ीगर से बाहर करने के लिए अब्बास मस्तान को कहा था।
अब्बास मस्तान ने बताया कि काजोल के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन हो गया था। हमने किसी भी बदलाव करने से इनकार कर दिया था । ये भी तय था कि पिक्चर बनेगी तो काजोल के साथ ।
अब्बास-मस्तान ने इसके बाद बाज़ीगर के लिए संगीतकार के रूप में अनु मलिक को साइन किया था। उन्होंने ये काली काली आंखें, ऐ मेरे हमसफ़र जैसे शानदार ट्रेक बाज़ीगर के लिए बनाए थे।
काजोल के साथ, फिल्म बाज़ीगर मूवी में शाहरुख खान, शिल्पा शेट्टी, दिलीप ताहिल और जॉनी लीवर भी थे।
गुलशन कुमार की हत्या में नदीम को आरोपी बनाया गया था। इस दौरान वे लंदन शिफ्ट हो गए। इसके बाद वो कभी भारत नहीं लौटे। जिसकी वजह से सज़ा से भी बच गए।