जानेमाने फिल्मकार श्याम बेनेगल का निधन हो गया है। उन्होंने इंडियन सिनेमा को एक से बढ़कर एक फिल्में दी, आइए,जानते हैं इन फिल्मों के बारे में...
1974 में आई श्याम बेनेगल की फिल्म अंकुर को काफी पसंद किया गया। इस फिल्म के लिए शबाना आजमी को बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड और फिल्म को बेस्ट फीचर फिल्म का नेशनल अवॉर्ड मिला था।
1975 में आई श्याम बेनेगल की फिल्म निशांत को इंडिया की तरफ ने ऑस्कर में ऑफिशियल एंट्री मिली थी। फिल्म को बेस्ट फीचर फिल्म का नेशनल अवॉर्ड मिला था।
श्याम बेनेगल की फिल्म मंथन 1976 में आई थी। इस फिल्म को भी बेस्ट फीचर फिल्म का नेशनल अवॉर्ड मिला था। इस फिल्म को बनाने के लिए 5 लाख किसानों ने 2-2 रुपए इकट्ठा किए थे।
1977 में आई श्याम बेनेगल की फिल्म भूमिका आई, जो महिलाओं के अधिकारों पर बेस्ड थी। इस फिल्म के लिए स्मिता पाटिल को बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड मिला था।
श्याम बेनेगल की एपिक ड्रामा फिल्म जुनून 1978 में आई थी। इस फिल्म को भी बेस्ट फीचर फिल्म का नेशनल अवॉर्ड मिला था। इसे शशि कपूर ने प्रोड्यूस किया था।
श्याम बेनेगल की आइकॉनिक फिल्म मंडी ने रिलीज के साथ खूब धमाल किया था। कोठे की औरतों की कहानी पर बनी फिल्म को भी बेस्ट आर्ट डायरेक्शन का नेशनल अवॉर्ड मिला था। फिल्म 1983 में आई थी।
1992 में आई श्याम बेनेगल की फिल्म सूरज का सातवां घोड़ा धर्मवीर भारती के नॉवेल पर बेस्ड थी। फिल्म को नेशनल अवॉर्ड मिला था, बेस्ट फीचर फिल्म के लिए।
2001 में आई श्याम बेनेगल की फिल्म जुबैदा को भी काफी पसंद किया गया। रेखा-करिश्मा कपूर-मनोज बाजपेयी की इस फिल्म को भी नेशनल अवॉर्ड मिला था।