हर सक्सेसफुल शख्स की लाइफ में टीचर की बड़ी भूमिका होती है। कामयाबी के बाद हम उस टीचर को जरुर तलाशने की कोशिश करते हैं, जिसने कभी हमें पढ़ाने के लिए पिटाई भी की थी ।
बॉलीवुड मूवी में छात्र-शिक्षक के रिश्ते को बड़ी ही खूबसूरती से फिल्माया गया है। ये फिल्में सदाबहार हैं जो हर दौर के स्टूडेंट को इंस्पायर करती हैं।
जितेंद्र और जया बच्चन की फिल्म परिचय में एक शिक्षक कैसे शरारती बच्चों को उनकी ही मस्ती में रमकर रास्ते पर ले आता है, दिखाया गया है। मूवी में पढ़ाई का एकदम यूनिक तरीका बताया गया है।
आमिर खान की थ्री इडियट मूवी भी टीचर और स्टूडेंट की तल्खी को दिखाते हुए सही रास्ता चुननी की बात कहती है। ये मूवी छात्र को गाइड भी करती हैं कि आप वहीं करें जो आपकी हॉबी हैै।
अमिताभ बच्चन और रानी मुखर्जी ने गुरू और शिष्य के डेडीकेशन को दिखाया है। इस मूवी से पता चलता है कि शिक्षक यदि चाह ले तो अपने छात्र के लिए नामुमकिन को भी हासिल कर सकता है।
आमिर खान ने 'तारे ज़मीन पर' मूवी में एक शिक्षक की डिफरेंट स्किल को दिखाया है। टीचर का काम केवल बच्चे को पढ़ाना ही नहीं उसकी कमियों को समझकर उन्हें दूर करने की कोशिश करना है।
साल 2010 में शाहिद कपूर स्टारर मूवी पाठशाला में एजुकेशन फील्ड को कमाई का जरिया बनाने वाले लोगों के खिलाफ एक शिक्षक की लड़ाई को दिखाती है।
सुपर 30 मूवी भी एक शिक्षक केजुनून को दिखाती है। लक्ष्य यदि तय कर लिया जाए तो कोई भी मुश्किल आपको रोक नहीं सकती है।
बॉलीवुड में इकबाल, सुल्तान, सर, स्टेनली का डिब्बा, मुन्नाभाई एमबीबीएस, हिचकी, दो दूनी चार जैसी दर्जनों फिल्मों में टीचर- गुरु के किरदार की अहमियत को दिखाया गया है।