ज्ञानपीठ कमेटी ने अपने बयान में कहा- यह अवॉर्ड दो लैंगेवेज के प्रख्यात राइटर, संस्कृत जानकार जगद्गुरु रामभद्राचार्य और उर्दू साहित्यकार गुलजार को दिए जाने का फैसला लिया गया है।
ज्ञानपीठ सिलेक्शन कमेटी की प्रेस रिलीज में कहा गया है, गुलजार ने अपनी लंबी यात्रा में साहित्य के क्षेत्र में कई कीर्तिमान रचे हैं।
गुलज़ार ने बिल्कुल नई स्टाइल 'त्रिवेणी' खोजी है। ये तीन लाइन्स की गैर-मुकफा पोयट्री है।
गुलज़ार ने की कई शानदार फिल्मों को प्रोड्यूस किया है। उन्होंने परिचय, आंधी, मेरे अपने, मौसम और लेकिन जैसी शानदार फिल्में बनाई हैं।
गुलजार को सबसे प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाज़ा जा चुका है। उन्हें, पद्म भूषण, साहित्य अकादमी, ऑस्कर, ग्रैमी और कई बार राष्ट्रीय फिल्म अवॉर्ड भी दिया जा चुका है।
गुलजार की बेटी मेघना गुलज़ार ने बीते साल 2023 में रिलीज़ हुई सैम बहादुर को डायरेक्ट किया है। इस मूवी के गाने फेमस गीतकार ने लिखे हैं।