सिर्फ इंसान गलत नहीं होते, वक्त भी गलत होता है।
नींद ना माशूका की तरह होती है...वक्त ना दो तो बुरा मानके चली जाती है।
शराफत की दुनिया का किस्सा ही ख़त्म...अब जैसी दुनिया, वैसे हम।
रिश्तों में भरोसा और मोबाइल में नेटवर्क ना हो तो लोग गेम खेलने लगते हैं।
दो चीजें मुझे पसंद नहीं हैं...गर्मी का महीना और एसी में पसीना।
किस्मत की एक खास बात होती है कि वो पलटती है।
पिस्तौल की ठंडी नली जब कनपटी पर लगती है ना...तब जिंदगी और मौत का फर्क समझ में आता है।
आदमी का सपना टूट जाता है ना तो आदमी ख़त्म हो जाता है।
एक बार तो यूं होगा, थोड़ा सा सुकून होगा...ना दिल में कसक होगी ना सर में जुनून होगा।
डेथ और शिट...ये दो चीजें किसी को, कहीं भी, कभी भी आ सकती हैं।
लोग सुनेंगे तो क्या कहेंगे...चू्#$ आशिकी के चक्कर में मर गया और लौंडिया भी नहीं मिली।