मीना कुमारी अपनी फैमिली में दूसरी बेटी थी । उनके पिता, अली बख्श ने उन्हें अनाथालय में छोड़ दिया था। हालांकि अम्मी की जिद पर उन्हें वापस लाने का फैसला किया गया था।
फैमिली के बदतर हालातों के मद्देनज़र मीना कुमारी ने महज़ 4 साल की उम्र में काम करना शुरू कर दिया था।
मीना कुमारी अपने समय की सबसे ज्यादा फीस वसूलने वाली एक्ट्रेस थीं। वे सबसे मंहगी कार इम्पाला में शूटिंग के लिए जाती थीं।
मीना कुमारी ने अपनी फैमिली के खिलाफ जाकर डायरेक्टर कमाल अमरोही से शादी की थी । ये रिश्ता बहुत दिन तक नहीं चला था।
कमाल अमरोही ने मीना कुमारी पर कई तरह से रोक लगा दी थी। वे उनके साथ मारपीट भी करते थे। आखिरकार मीना कुमारी ने कमाल अमरोही का घर छोड़ने का फैसला किया और अपनी बहन के घर चली गईं।
कमाल अमरोही से शादी के बाद उनकी जिंदगी दुश्वार हो गई थी। इस गम को भुलाने के लिए उन्होंने खुद शराब में डुबो दिया था।
मीना कुमारी को अपने आखिरी दिनों बेहद मुफलिसी का सामना करना पड़ा था । उनके पास इलाज के लिए 3500 रुपए नहीं थे।
बिमल रॉय की बेटी, रिंकी रॉय भट्टाचार्य ने एक इंटरव्यू में बताया था कि सेंट एलिजाबेथ के नर्सिंग होम में मौत के बाद उनकी बॉडी को रिसीव करने के लिए फैमिली के पास जरुरी रकम नहीं थी।
अंतिम संस्कार के दौरान, उनकी करीबी दोस्त और बेस्ट फ्रेंड नरगिस, मीना कुमारी को श्रद्धांजलि देने आईं और कहा, "मीना कुमारी, मौत मुबारक हो!"
नर्गिस ने उर्दू मैग्जीन के इंटरव्यू में इस बयान के पीछे का कारण बताते हुए खुलासा किया था कि मीना कुमारी को उनके पति द्वारा खूब पीटा जाता था।