ट्यूलिप जोशी बॉलीवुड की वो हीरोइन हैं, जो बीते 9 साल से गुमनामी में जी रहे हैं। लेकिन उन्होंने फिल्मों और शोज में शानदार रोल निभाए हैं।
ट्यूलिप जोशी ने 2003 में रिलीज हुई एक फिल्म में पांच पतियों की पत्नी का रोल निभाया था। यह 'महाभारत' कथा नहीं थी, बल्कि एक सोशल ड्रामा फिल्म थी।
वह फिल्म है 'मातृभूमि', जिसका निर्देशन मनीष झा ने किया था। फिल्म की कहानी में बेटी की पैदा होते ही हत्या के बाद दुष्प्रभाव के बारे में थी।
कहानी के अनुसार, बिहार के ग्रामीण क्षेत्र में बच्ची के पैदा होते ही उसे दूध में डुबाकर मार देते हैं। ऐसा करने से लड़कियों की संख्या ख़त्म हो जाती और लड़के शादी के लिए तरस जाते हैं।
रामचरण रईस आदमी है, जिसके 5 बेटे हैं। उसे गांव से दूर कल्कि (ट्यूलिप) नाम की लड़की का पता चलता है तो वह उसे उसके पिता से खरीद लेता है और पांचों बेटों से उसकी शादी करा देता है।
कल्कि को मजबूरन हफ्ते में हर रात एक-एक कर पांचों पतियों और ससुर राम चरण के साथ सोना पड़ता है। सब हवस मिटाते हैं, पर रामचरण का छोटा बेटा सूरज कल्कि को प्यार और सम्मान देने लगता है।
जलन से भाइयों द्वारा सूरज की हत्या, फिर उस नौकर का क़त्ल, जो कल्कि को भागने में मदद करता है और अंत में कल्कि को चैन से गाय के बाड़े में बांधा जाना जैसे भयानक मोड़ फिल्म में आते हैं।
नौकर की हत्या से उसकी जात के लोग गुस्सा हो जाते हैं और इसके लिए कल्कि को जिम्मेदार मानते हैं। बदले की भावना से वे कल्कि का गैंगरेप करते हैं और फिर उसे पतियों के पास भेज देते हैं।
'मातृभूमि' का अंत क्या होता है और कल्कि कैसे गांव के दरिंदों से मुक्त हो पाती है? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए आप अमेजन प्राइम वीडियो पर यह फिल्म देख सकते हैं।
'मातृभूमि : अ नेशन विदआउट वीमेन' में ट्यूलिप के अलावा सुधीर पांडे, सुशांत सिंह, विनम्र पंचारिया, आदित्य श्रीवास्तव, पियूष मिश्रा और पंकज झा जैसे कलाकारों की अहम् भूमिका थी।
ट्यूलिप ने बाद में 'दिल मांगे मोर', 'धोखा', 'रनवे' और 'जय हो' जैसी फिल्मों में काम किया। पिछली बार वे टीवी शो 'एयरलाइन्स' (2014-15) में दिखाई दी थीं।
बताया जाता है कि ट्यूलिप जोशी अब पति कैप्टेन विनोद नायर के साथ बिजनेस करती हैं। वे किमाया कंसल्टिंग नाम की फर्म की मालकिन है, जिसका टर्नओवर करीब 700 करोड़ रुपए है।