प्रिया राजवंश एक्टिंग का शौक नाटकों में काम करके पूरा करतीं थीं। इसी दौरान एक फोटोग्राफर द्वारा क्लिक की गई उनकी फोटोज डायरेक्टर चेतन आनंद ने देखी और उन्हें लगा नई हीरोइन मिल गई।
चेतन आनंद एक फिल्म बना रहे थे, जिसका नाम हकीकत था। फिल्म में धर्मेंद्र के साथ वे नई हीरोइन चाहते थे और उन्होंने प्रिया राजवंश को साइन किया।
फिल्म हकीकत को डायरेक्ट करने के दौरान चेतन आनंद, प्रिया राजवंश की खूबसूरती पर फिदा हो गए। फिर उन्होंने अपनी हर फिल्म उन्हें ही लिया। साथ काम करते-करते दोनों करीब आ गए।
बता दें कि चेतन आनंद अपनी मैरिड लाइफ से परेशान थे। उनका पत्नी उमा से रिश्ता काफी हद तक बिगड़ चुका था। ऐसे में प्रिया राजवंश का उन्हें साथ मिला और दोनों अलग एक बगंले में रहने लगे।
पिता के साथ प्रिया राजवंश का रिश्ता चेतन आनंद के बेटों को खटका। चेतन ने बेटों के साथ प्रिया को भी अपनी जायदाद का वारिस बनाया। 1997 चेतन का निधन हो गया और प्रिया अकेली रह गई।
एक दिन खबर फैली कि प्रिया राजवंश की डेड बॉडी मिली है। इस खबर से पूरी इंडस्ट्री हिल गई। कहा जाता है कि बाप की पूरी जायदाद पाने चेतन आनंद के बेटों ने प्रिया का कत्ल किया था।
प्रिया राजवंश डायरी लिखती थी, उन्होंने लिखा था कि चेतन के बेटे उनपर जायदाद वापस करने का दबाव बना रहे हैं। जान का भी खतरा है। इसी आधार पर पुलिस ने चेतन को बेटों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने चेतन आनंद के बेटे केतन और विवेक को गिरफ्तार किया था। दोनों को 2002 में जमानत मिल गई। 2011 में सबूत न मिलने के कारण कोर्ट ने दोनों को बरी किया और प्रिया की मौत अनसुलझी रही।