रिहाना सुल्तान हिंदी सिनेमा की सबसे बोल्ड अदाकारों में से एक रही हैं। लेकिन इसी बोल्डनेस की वजह से उनका करियर भी ख़त्म हुआ और हाल यह है कि अब वे गरीबी दिन काट रही हैं।
बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में जन्मी रेहाना सुल्तान ने उस वक्त फिल्मों में कदम रख दिया था, जब वे टीनएज में थीं।उन्होंने पुणे स्थित FTII से पढ़ाई की थी।
रेहाना सुल्तान ने बॉलीवुड में कदम रखने से पहले 'शादी की सालगिरह' टाइटल वाली एक स्टूडेंट फिल्म में काम किया था, जो 1967 में बनी थी।
रेहाना सुल्तान की बॉलीवुड में एंट्री 1970 में रिलीज आई फिल्म 'दस्तक' से हुई। उस वक्त वे 19 साल की थीं और उन्होंने फिल्म में बेहद बोल्ड सीन दिया था।
'दस्तक' की रिलीज से पहले रेहाना को 'चेतना' नाम की फिल्म मिली, जो सेक्स वर्कर्स के रेहैबिलीटेशन पर फोकस्ड थी। इस फिल्म में भी रेहाना के बोल्ड सीन की काफी चर्चा रही थी।
'चेतना' के बोल्ड पोस्टर पर जमकर विवाद हुआ था। इतना ही नहीं, इस फिल्म के बाद वे टाइपकास्ट बन कर रह गई थीं और धीरे-धीरे उनका करियर ख़त्म हो गया।
बताया जाता है 'दस्तक' के बाद रिहाना को ऐसे बोल्ड रोल मिलने लगे, जिनमें सेक्स सीन की जरूरत होती थी। हालांकि, उन्होंने पोटेंशियल ना दिखने की वजह से ज्यादातर के ऑफर ठुकरा दिए।
रेहाना ने बोल्ड रोल ठुकराकर 'खोटे सिक्के', 'एजेंट विनोद', ‘किस्सा कुर्सी का’, 'हम रहे ना हम' जैसी फिल्मों में सपोर्टिंग रोल चुने। उनकी ज्यादातर फिल्मों पर किसी का ध्यान नहीं गया।
1985 के बाद रेहाना को सिर्फ दो फिल्मों में देखा गया। एक 'सूरज मुखी', जो 1992 में रिलीज हुई। दूसरी फिल्म 'इनकार' 2013 में आई।
रेहाना सुल्तान ने फिल्ममेकर बीआर इशारा से 1984 में शादी की, जिनका 2012 में निधन हो गया। इसके बाद रेहाना लाइमलाइट से पूरी तरह दूर हो गईं।
2018 में ऐसी खबर आई थी कि रेहाना सुल्तान गरीबी में जिंदगी गुजार रही हैं। बताया जाता जाता है कि सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन (CINTAA) ने उनकी आर्थिक मदद भी की थी।