शाइनी आहूजा सालों से बड़े पर्दे से गायब हैं। आलम यह है कि लोग उन्हें भूलते जा रहे हैं। ना तो उन्हें फिल्मों में काम मिल रहा है और ना ही वे छोटे पर्दे पर कहीं नज़र आ रहे हैं।
शाइनी आहूजा उस वक्त अपने करियर के पीक पर थे, जब उन पर एक गंभीर आरोप लगा और वे अर्श से फर्श पर आ गिरे। आइए आपको बताते हैं आखिर क्या है पूरा मामला...
यह 14 जून 2009 की बात है, जब शाइनी आहूजा के घर में काम करने वाली एक नौकरानी ने उनके खिलाफ रेप की शिकायत दर्ज कराई। यह खबर सामने आते ही हर कोई हैरान रह गया था।
नौकरानी का आरोप था कि शाइनी आहूजा ने उस वक्त उसका रेप किया, जब वह और शाइनी दोनों उनके फ़्लैट पर अकेले थे।
15 जून 2009 को शाइनी को ओशिवारा पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। इसके 23 दिन बाद 8 जुलाई 2009 को सेशन कोर्ट ने उनकी पहली जमानत याचिका खारिज की।
शाइनी के अरेस्ट के 58 दिन बाद 13 अगस्त 2009 को पुलिस ने उनके खिलाफ 100 पेज की चार्जशीट फाइल की, इसमें उन पर रेप, नौकरानी को धमकाने और उसे गलत इरादे से बंधक बनाने के आरोप लगाए गए।
27 अगस्त 2009 को नौकरानी से रेप का मामला लोकल कोर्ट से फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रांसफर हुआ । ऐसा इसलिए, क्योंकि महाराष्ट्र के तत्कालीन सीएम अशोक चव्हाण जल्द से जल्द इंसाफ चाहते थे।
10 सितम्बर 2009 को लोकल कोर्ट ने शाइनी की जमानत याचिका ठुकराई। 1 अक्टूबर 2009 को बॉम्बे हाईकोर्ट ने 50 हजार के मुचलके शाइनी को जमानत दी। वे साढ़े तीन महीने बाद बाहर आए थे।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने शाइनी को जमानत देते हुए शर्त रखी कि वे मुंबई से बाहर रहेंगे। साथ ही उनका पासपोर्ट जमा करा लिया गया, ताकि वे देश से बाहर ना जा सकें।
अगस्त 2010 में पीड़िता नौकरानी अपने बयान से पलट गई। उसने शिवड़ी के फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में जिरह के दौरान कहा कि शाइनी ने उसका रेप नहीं किया था।
कोर्ट ने पीड़िता का बयान सुना और यह माना कि उसने दबाव में झूठा स्टेटमेंट दिया। 2011 में शाइनी आहूजा को 7 साल जेल की सजा सुनाई गई।
कोर्ट से सजा का ऐलान होने के बाद शाइनी ने इसे निलंबित करने और जमानत के लिए याचिका लगाई। शाइनी को जमानत मिली, लेकिन इस शर्त पर कि विदेश यात्रा के लिए उन्हें HC से इजाजत लेनी होगी।
शाइनी आहूजा को पहले एक साल के लिए पासपोर्ट रीन्यू कराने की इजाजत थी, जो अब 10 साल के लिए हो चुकी है। शाइनी फिलहाल लाइमलाइट से दूर प्राइवेट लाइफ जी रहे हैं।
शाइनी को 'हजारों ख्वाहिशें ऐसी' (2015), 'गैंगस्टर' (2006), 'लाइफ इन अ मेट्रो' (2006), 'भूल भुलैया' (2007) और 'वेलकम बैक' (2015) जैसी फिल्मों में काम किया है।