80 के दशक में बॉलीवुड में कदम रखने वाले अभिनेता सुमित सहगल इस कदर गुमनाम हुए कि आज की जनरेशन उनका नाम तक नहीं जानती है।
सुमित सहगल ने 1987 में आई फिल्म 'इंसानियत के दुश्मन' से बॉलीवुड डेब्यू किया। उनका काम सबको बहुत पसंद आया और फिर उन्होंने 'तमंचा', 'दोस्त गरीबों का' का जैसी फिल्मों में काम किया।
बताया जाता है कि जब सुमित बॉलीवुड में कदम जमा रहे थे, तभी गोविंदा की एंट्री फिल्मों में हुई। लोग सुमित की तुलना गोविंदा से करने लगे। इसकी सबसे बड़ी वजह उनका गोविंदा की तरह दिखना था।
गोविंदा की एंट्री के बाद लोग सुमित को उनके हमशक्ल के रूप में देखने लगे। अफवाह यहां तक उड़ी कि अगर गोविंदा व्यस्त हैं तो प्रोड्यूसर सुमित सहगल को अपनी फिल्म में ले सकते हैं।
गोविंदा पॉपुलर हुए तो सुमित बॉलीवुड में सेकंड लीड रोल तक सिमट गए। नतीजतन 1995 में आई ‘साजन की बांहों में’ के बाद सुमित ने फिल्मों से दूरी बना ली और यह सितारा गुमनामी में खो गया।
सुमित सहगल ने सलमान खान की पहली गर्लफ्रेंड शाहीन जाफरी से शादी की थी, जिनसे उनकी बेटी सायशा सहगल है। हालांकि, 2003 में उनका तलाक हो गया।
2003 में ही सुमित की दूसरी शादी फराह नाज़ से हुई, जो मशहूर एक्ट्रेस तब्बू की बहन और विंदू दारा सिंह की पूर्व पत्नी हैं।
फिल्मों से संन्यास लेने के बाद सुमित सहगल ने सुमित आर्ट नाम से कंपनी बनाई और बॉलीवुड फिल्मों में पैसा लगाना शुरू किया। आज की तारीख में सुमित करोड़ों रुपए की कंपनी चलाते हैं।