नाना पाटेकर की मानें तो वे मौत में भरोसा रखते हैं। नाना के मुताबिक, उनके मरने के बाद 12 मन सूखी लकड़ियों की जरूरत पड़ेगी, जो उन्होंने इकट्ठी कर रखी हैं और यही उनकी असली जमा-पूंजी है।
बकौल नाना पाटेकर, "मैंने अपने लिए 12 मन लकड़ियां जमा कर रखी हैं, जिनमें एक भी गीली नहीं है।"
नाना कहते हैं, "मेरे अंतिम संस्कार में गीली लकड़ी का इस्तेमाल मत करना।वरना धुआं होगा और दोस्तों-मेहमानों की आंखों में आंसू आ जाएंगे, जिसे गलती से लोग समझेंगे कि वे रो रहे हैं।"
नाना ने कहा, "मैं चाहता हूं कि मेरे मरने पर कोई गलतफहमी ना हो। आप मर जाएंगे, कोई 2-4 दिन भी याद नहीं रखेगा। मरने के बाद मेरी फोटो पोस्ट मत करना। मुझे भुला देना, यह जरूरी चीज है।"
नाना बताते हैं, "हम 7 भाई-बहन थे। सब चल बसे। मैं अकेला बचा हूं। पैरेंट्स, भाई-बहनें कोई नहीं है। फिलहाल मैं अकेला ही दुनिया में हूं।" नाना पाटेकर का स्टेटमेंट खूब वायरल हो रहा है।
नाना पाटेकर इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म 'द वैक्सीन वॉर' के प्रमोशन में व्यस्त हैं। विवेक रंजन अग्निहोत्री के निर्देशन में बनी यह फिल्म 28 सितम्बर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।