साउथ इंडियन एक्ट्रेस लक्ष्मी मांचू ने एक बातचीत में बताया की हैदराबाद से मुंबई शिफ्ट होने में उनके लिए सबसे बड़ा रोड़ा उनके फैमिली मेंबर्स ही थे।
फ्री प्रेस से बातचीत में लक्ष्मी ने कहा, "उन्होंने मुझे लंबे समय तक बाहर नहीं निकलने दिया। हमारी फैमिली बेहद घनिष्ठ है। उन्होंने कहा- तुम क्यों बड़े तालाब में छोटी मछली बनो?"
बकौल लक्ष्मी, “मैं बेस्ट फ्रेंड राकुल प्रीत सिंह के घर में रहती थी। वे मुझे मुंबई जाने के लिए कहती रहती थीं।” दोस्त राणा दग्गुबती ने भी उन्हें हैदराबाद से निकलने की सलाह दी थी।
लक्ष्मी बताती हैं कि उनके लिए मुंबई मूव करना आसान नहीं था। क्योंकि उनके पिता एक्टर, प्रोड्यूसर मोहन बाबू ने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में बतौर एक्ट्रेस शामिल होने से मना कर दिया था।
लक्ष्मी मांचू ने कहा, "साउथ के आदमियों को हीरोज की बहन या बेटियों का एक्ट्रेस बनना पसंद नहीं है। वे हम जैसे लोगों को कास्ट करने में पैर पीछे खींच लेते हैं।
लक्ष्मी ने खुद को पितृसत्ता की शिकार बताया और कहा, "मुझे उन चीजों के लिए फाइट करनी पड़ी, जो मेरे भाइयों के लिए आसानी से मिल गई। मेरे साथ ऐसा ही हुआ है।"
बकौल लक्ष्मी,"हम पितृसत्तात्मक समाज हैं। इसे पहचान कर उजागर करना चाहिए। यह साउथ इंडस्ट्री में नहीं, देश में हर जगह है। हम मुंबई में हैं, इसलिए खुशनसीब हैं। पर हकीकत हमसे परे है।"
लक्ष्मी मांचू ने हिंदी में 'डिपार्टमेंट', तमिल में 'केडल', तेलुगु में 'Dongaata' और मलयालम में 'मॉन्स्टर' जैसी फिल्मों में काम किया है। वे इंग्लिश फिल्मों में काम करती हैं।